‘मन की बात’ में बोले पीएम मोदी: आस्था के नाम पर हिंसा मंजूर नहीं

Last Updated 27 Aug 2017 10:04:45 AM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आस्था को लेकर हिंसा पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए आज कहा कि कानून हाथ में लेने का किसी को अधिकार नहीं है और आस्था के नाम पर हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगा.


फाइल फोटो

 डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को बलात्कार के मामले में अदालत द्वारा दोषी करार दिये जाने के बाद हरियाणा समेत कुछ राज्यों में हुई हिंसा पर नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कहा  कि कानून हाथ में लेने वाले, हिंसा के राह पर चलने वाले किसी व्यक्ति या समूह को बख्शा नहीं जायेगा और कानून के तहत दोषियों को सजा मिलेगी.
     
आकाशवाणी पर प्रसारित  मन की बात  कार्यक्म में अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा, एक तरफ देश उत्सवों में डूबा हुआ है और दूसरी तरफ से हिन्दुस्तान के किसी कोने से जब हिंसा की खबरें आती हैं तो देश को चिंता होना स्वाभाविक है.
      
उन्होंने कहा कि ये हमारा देश बुद्ध और गांधी का देश है, देश की एकता के लिए जी-जान लगा देने वाले सरदार पटेल का देश है. सदियों से हमारे पूर्वजों ने सार्वजनिक जीवन-मूल्यों को, अहिंसा को, समादर को स्वीकार किया हुआ है, हमारे ज़हन में भरा हुआ है  
     
मोदी ने कहा, अहिंसा परमो धर्म:, ये हम बचपन से सुनते आये हैं, कहते आये हैं, मैंने लाल किले से भी कहा था कि आस्था के नाम पर हिंसा बर्दाश्त नहीं होगी, चाहे वो सांप्रदायिक आस्था हो, चाहे वो राजनैतिक विचार धाराओं के प्रति आस्था हो, चाहे वो व्यक्ति के प्रति आस्था हो, चाहे वो परम्पराओं के प्रति आस्था हो, आस्था के नाम पर, कानून हाथ में लेने का किसी को अधिकार नहीं है.   
     
प्रधानमंत्री ने कहा कि डॉ बाबा साहब अंबेडकर ने हमें जो संविधान दिया है उसमे हर व्यक्ति को न्याय पाने की हर प्रकार की व्यवस्था है.
      
गुरमीत राम रहीम को बलात्कार के मामले में अदालत द्वारा दोषी करार दिये जाने के बाद हरियाणा समेत कुछ राज्यों में डेरा समर्थकों द्वारा की गई हिंसा की पृष्ठभूमि में  प्रधानमंत्री ने कहा,  मैं देशवासियों को विश्वास दिलाना चाहता हूँ, कानून हाथ में लेने वाले, हिंसा के राह पर चलने वाले किसी को भी, चाहे वो व्यक्ति हो या समूह हो, न ये देश कभी बर्दाश्त करेगा और न ही कोई सरकार बर्दाश्त करेगी. हर किसी को कानून के सामने झुकना होगा, कानून ज़बाबदेही तय करेगा और दोषियों को सज़ा दे कर रहेगा.         

उल्लेखनीय है कि डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को बलात्कार के एक मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद हुई हिंसा में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़ कर 36 हो गई.  हालांकि, हरियाणा में हिंसा की किसी ताजा घटना की कोई खबर नहीं है.

खेल प्रतिभा की खोज करने और निखारने के लिए खेल मंत्रालय कल पोर्टल पेश करेगा : मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज बताया कि  खेल मंत्रालय ने खेल प्रतिभाओं की खोज करने और उन्हें निखारने के लिए एक खेल प्रतिभा खोज पोर्टल तैयार किया है और कल इस पोर्टल को पेश किया जायेगा .

आकाशवाणी पर प्रसारित  मन की बात  कार्यक्रम में अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा, खेल मंत्रालय ने खेल प्रतिभा की खोज और उन्हें निखारने के लिए एक खेल प्रतिभा खोज पोर्टल तैयार किया है, जहाँ पूरे देश से कोई भी बच्चा जिसने खेल के क्षेत्र में कुछ उपलब्धि हासिल की है, उनमें प्रतिभा हो - वो इस पोर्टल पर अपना बायोडाटा या वीडियो अपलोड कर सकता है. चुने गए उभरते हुए खिलाड़ियों को खेल मंत्रालय प्रशिक्षण देगा. उन्होंने बताया कि मंत्रालय कल ही इस पोर्टल को पेश करने वाला है.
     
मोदी ने कहा कि हमारे नौजवानों के लिए तो खुशी की खबर है कि भारत में 6 से 28 अक्टूबर तक फीफा अंडर 17 वर्ल्ड कप का आयोजन होने जा रहा है  दुनिया भर से 24 टीमें भारत को अपना घर बनाने जा रही हैं.
      
उन्होंने कहा कि आइये, विश्व से आने वाले हमारे नौजवान मेहमानों का, खेल के उत्सव के साथ स्वागत करें, खेल का आनंद उठाये, देश में एक माहौल बनाएं.  प्रधानमंत्री ने कहा कि 29 अगस्त को पूरा देश राष्ट्रीय खेल-दिवस के रूप में मनाता है. ये महान हाकी खिलाड़ी और हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद जी का

जन्मदिवस है. हॉकी के लिए उनका योगदान अतुलनीय था. मैं इस बात का स्मरण इसलिए करा रहा हूँ कि मैं चाहता हूँ कि हमारे देश की नई पीढ़ी, खेल से जुड़े. खेल हमारे जीवन का हिस्सा बने. अगर हम दुनिया के युवा देश हैं तो हमारी ये तरणाई खेल के मैदान में भी नज़र आनी चाहिए.
      
जीवन में खेलकूद के महत्व को रेखांकित करते हुए मोदी ने कहा कि खेल यानि शारीरिक तंदरूस्ती, मानसिक फुर्ती,  व्यक्तित्व विकास मैं समझता हूँ कि इससे ज्यादा क्या चाहिए ? खेल एक प्रकार से दिलों के मेल की एक बहुत बड़ी जड़ी-बूटी है. हमारी देश की युवा पीढ़ी खेल जगत में आगे आए और आज कम्प्यूटर के युग में तो मैं आगाह भी करना चाहूँगा कि  खेल के मैदान, खेल के क्षेत्र से ज्यादा महत्वपूर्ण है.
      
उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि कम्प्यूटर पर फीफा खेलिये लेकिन बाहर मैदान में भी तो कभी फुटबाल के साथ करतब करके दिखाइये. कम्प्यूटर पर क्रिकेट खेलते होंगे लेकिन खुले मैदान में आसमान के नीचे क्रिकेट खेलने का आनंद कुछ और होता है.
     
मोदी ने कहा कि एक समय था जब परिवार के बच्चे बाहर जाते थे तो माँ पहले पूछती थी कि तुम कब वापिस आओगे. आज हालत ये हो गई है कि बच्चे घर में आते ही एक कोने में या तो कार्टून फिल्म देखने में लग जाते हैं या तो मोबाइल फोन पर चिपक जाते हैं और तब माँ को चिल्ला करके कहना पड़ता है - तू कब बाहर जाएगा. वो भी एक ज़माना था जब माँ बेटे को कहती थी कि तुम कब आओगे और आज ये हाल है कि माँ को कहना पड़ता है बेटा तुम बाहर कब जाओगे ?

मोदी का ‘स्वच्छता ही सेवा’ मुहिम चलाने का आहवान

धानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महात्मा गांधी के सपनों का भारत बनाने के लिए राष्ट्रपिता की जयंती दो अक्टूबर से पहले देशभर में ‘स्वच्छता ही सेवा’ की मुहिम शुरू करने का आज आहवान किया.

मोदी ने कहा उनकी सरकार द्वारा प्रारंभ किए गए स्वच्छता अभियान को दो अक्टूबर को तीन वर्ष पूरे हो जाएंगे. इस कार्यक्रम के सकारात्मक परिणाम नजर आए हैं और देश में दो  लाख 30 हार से भी ज्यादा गाँव, खुले में शौच से मुक्त घोषित किए जा चुके हैं. इस तरह से इस कार्यक्रम के जरिए शौचालयों का दायरा की 39 फीसदी से बढ़कर 67 प्रतिशत के करीब पहुंच गया है.
              
उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के तीन साल पूरे होने पर वह देशवासियों से  इसे और आगे बढ़ाने का आहवान करते हैं. उन्होंने कहा मैं आप सभी से एक आहवान करता हूँ कि एक बार फिर दो अक्टूबर, गाँधी जयंती से 15-20 दिन पहले से ही ‘स्वच्छता ही सेवा,’ जैसे पहले कहते थे ‘जल सेवा यही प्रभु सेवा‘, ‘स्वच्छता ही सेवा’ की एक मुहिम चलायें. पूरे देश में स्वच्छता के लिए माहौल बनाएं. जैसा अवसर मिले, जहाँ भी अवसर मिले, हम ढूंढें लेकिन सभी इससे जुड़ें. इसे एक प्रकार से दिवाली की तैयारी, नवरा की तैयारी और दुर्गा पूजा की तैयारी मान लें.
            
प्रधानमंत्री ने कहा मैँ सभी स्वयं सेवी संगठनों, स्कूलों, कालेजों, सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक नेतृत्व, सरकार के अधिकारियों, जिला अधिकारियों, सरपंचों को हर किसी से आग्रह करता हूँ कि दो अक्टूबर महात्मा गाँधी की जन्म-जयंती के पहले ही, 15 दिन, हम एक स्वच्छता का वातावरण बनाएं, ऐसी स्वच्छता खड़ी कर दें कि दो अक्टूबर सचमुच में गाँधी के सपनों वाला दो अक्टूबर हो जाए.

ईमानदारी पर शक से गरीब को पहुंचती है चोट : मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से गरीबों के प्रति व्यवहार में बदलाव लाने का आग्रह करते हुए आज कहा कि मेहनतकश लोगों और गरीब को उस वक्त ज्यादा चोट पहुंचती है जब उनकी ईमानदारी पर शक किया जाता है.

मोदी ने कहा कि कई बार लोगों का व्यवहार गरीबों के प्रति उन्हें पीड़ा पहुंचाने वाला होता है. उन्होंने कहा घर के आस-पास कोई सामान बेचने के लिए आता है, फेरी लगाने वाला आता है, छोटे दुकानदार से, सबी बेचने वालों, ऑटो-रिक्शा वाले जैसे किसी मेहनतकश व्यक्ति के साथ जब संबंध आता है तो हम उससे मोल-भाव करने लग जाते हैं. दो रुपए कम करो, पाँच रुपए कम करो. हम ही लोग बड़े रेस्टोरेंट में खाना खाने जाते हैं तो बिल देखते भी नहीं हैं, धड़ाम से पैसे दे देते हैं. शोरूम में साड़ी खरीदने जायें, कोई मोल-भाव नहीं करते हैं लेकिन किसी गरीब से अपना नाता आ जाये तो मोल-भाव किये बिना रहते नहीं हैं.

प्रधानमंत्री ने कहा कि जब गरीब और मेहनतकश लोगों से हम मोलभाव करके उन्हें शक की निगाह से देखने लगते हैं तो हम यह नहीं सोचते हैं कि उनके मन पर क्या गुजरती होगी. उन्होंने कहा सवाल दो रुपये, पांच रुपये का नहीं है. दो रुपए या पांच रुपए से आपके जीवन में कोई फर्क़ नहीं पड़ता लेकिन आपकी यह छोटी-सी आदत उसके मन को कितना गहरा धक्का लगाती होगी कभी ये सोचा है. उसके लिए सवाल दो रुपये या पांच रुपये का नहीं है. उसके ह्रदय को चोट पहुँचती है कि वह गरीब है इसलिए आपने उसकी ईमानदारी पर शक किया है.
 

 

  • प्रधानमंत्री का दो अक्टूबर से ‘स्वच्छता ही सेवा’ का नया अभियान शुरू करने का आह्वान
  • गुजरात में जमायत-उलेमा-ए-हिंद के कार्यकर्ताओं की तारीफ की, कहा कि इन लोगों ने बाढ़ की विभीषिका से निपटने में उत्‍तम काम किया
  • पीएम मोदी ने गुजरात और बिहार में बाढ़ और उसके बाद उपजे हालात चिंता जताई
  • पीएम ने गणेश चतुर्थी और ओणम के साथ र्इद उल जुहा की शुभकामनाएं देते हुए स्‍वच्‍छता पर भी जोर दिया
  • त्योहारों का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि शायद ही 365 दिन में कोई दिन बचता होगा जो कि हमारे यहां त्योहार से न जुड़ा हुआ हो
  • भारत विविधताओं का देश है, यहां पर धर्म के नाम पर हिंसा बर्दाश्त नहीं होगी
  • आस्था के नाम पर हिंसा बर्दाश्त नहीं की जा सकती
  • पीएम मोदी ने हरियाणा में हुई हिंसा पर चिंता जताई
  • मेरे सभी देशवासियों को मेरा प्यार भरा नमस्कार: मन की बात में पीएम मोदी

हर महीने होने वाले प्रधानमंत्री के मासिक रेडियो कार्यक्रम का यह 35वां एपिसोड है.

पीएम मोदी 'मन की बात' में अलग-अलग मुद्दों और लोगों द्वारा भेजे गए विचारों व सुझावों पर अपनी बात साझा करते हैं.

उम्मीद की जा रही है कि आज पीएम मोदी हाल की ताजा घटनाओं जैसे गोरखपुर में बच्चों की मौत और बिहार में बाढ़ से हुई मौतों पर चर्चा कर सकते हैं.

 

समयलाईव डेस्क/एजेसियां


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