बिहार में महागठबंधन खतरे में

Last Updated 29 Jun 2017 05:17:45 AM IST

राष्ट्रपति चुनाव ने बिहार में महागठबंधन को खतरे में डाल दिया है. पिछले कुछ दिनों से जिस तरह से कांग्रेस व राजद, जदयू और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमलावर हुए हैं उससे साफ है कि गठबंधन सरकार खतरे में है.


बिहार में महागठबंधन खतरे में

बुधवार को जदयू ने भी साफ संकेत दे दिया कि बिहार में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है.

सूत्रों की माने तो राष्ट्रपति चुनाव में नीतीश कुमार का राजग उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को समर्थन देना एक सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है. दरअसल, लालू परिवार के ईडी और आयकर के शिकंजे में फंसने के बाद नीतीश अपने को असहज महसूस कर रहे थे.

पूर्व में भी कई बार जिस तरह से राजद ने सरकार को लेकर कुछ टिप्पणियां की, उसने गठबंधन में रार डालने का काम किया. राष्ट्रपति चुनाव ने इस रार को खाई में बदल दिया है. जदयू महासचिव केसी त्यागी का दर्द बुधवार को साफ झलका.

उन्होंने जिस तरह से राजद और कांग्रेस पर हमला बोला उससे अब यह साफ हो गया है कि राज्य में सरकार और गठबंधन दोनों खतरे में हैं, बस समय और तिथि की बात है कि कब यह सतह पर आए.

त्यागी की बातों से साफ है कि जदयू अब राजद के साथ और ज्यादा लंबा चलने के पक्ष में नहीं है, तो वहीं कांग्रेस को लेकर भी उन्होंने साफ कर दिया कि न जदयू यूपीए का हिस्सा है और न ही बिहार से बाहर वह कांग्रेस की सहयोगी है. सूत्रों की माने तो राज्य में नीतीश कुमार ने अब गठबंधन से अलग होने का फैसला ले लिया है.

त्यागी का यह कहना कि राजद की अपेक्षा जदयू भाजपा के साथ सरकार चलाने में ज्यादा सहज थी. इस बात का साफ संकेत है कि आने वाले दिनों में जदयू और भाजपा की दोस्ती फिर से सिरे चढ़ सकती है.

कुणाल
समयलाइव डेस्क


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment