उत्तर प्रदेश: सुलखान सिंह ने डीजीपी का कार्यभार संभाला, कहा- कानून का खिलवाड़ करनें वालों को नहीं बख्शा जाएगा

Last Updated 22 Apr 2017 01:00:25 PM IST

उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी सुलखान सिंह ने शनिवार को प्रदेश के नए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) का कार्यभार संभाल लिया.


सुलखान सिंह ने डीजीपी का कार्यभार संभाला

उन्होंने इस दौरान पुलिसकर्मियों को काम करने की पूर्ण आजादी देने की बात कही.

सिंह ने कार्यभार ग्रहण करने के बाद लखनऊ स्थित डीजीपी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में कहा, "प्रदेश में कानून का राज होगा. पुलिसवालों को काम करने की पूरी आजादी दी जाएगी."

सुलखान सिंह ने कहा कि पुलिस पूरी निष्पक्षता के साथ काम करेगी. यदि कोई भी आपराधिक गतिविधियों में लिप्त पाया जाएगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. फिर चाहे
वह सत्ताधारी दल से हो या नहीं.

उन्होंने कहा कि इस संबंध में उन्हें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से स्पष्ट निर्देश मिले हैं.

सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि अपराधियों के खिलाफ निष्पक्षता से कार्रवाई की जायेगी. पुलिस की प्राथमिकताओं में जनता की सुरक्षा के साथ-साथ कानून व्यवस्था बिगाडने वालों को किसी भी हालत में नहीं छोडा जायेगा. पुलिस जनता के हितों और अधिकारों का पूरा ख्याल रखेगी. 


        
उन्होंने कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता होगी कि 100 प्रतिशत प्राथमिकी दर्ज की जाये. अधिकारियों का काम आंकडों से नहीं आंका जायेगा. जनता के प्रति पुलिस के आचरण और कार्यशैली में सुधार जरुरी है. गोरक्षा के नाम पर किसी को भी गुण्डागर्दी करने छूट की नहीं दी जायेगी.  एंटी रोर्मियों स्क्वायड का काम किसी की जांच करना नहीं बल्कि छेडछाड करने वालों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई करना है. पुलिस अपने दायरे में रहकर काम करेगी.
   
पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक अवकाश के सवाल पर कहा कि लगातार डयूटी करने से स्वास्थ्य पर बुरा असर पडता है और इस बात को ध्यान रखते ही डयूटी लगाई जायेगी. उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मी को काम के बाद आराम मिलेगा तो उससे उसकी कार्यक्षमता बढेगी और उसका आचरण भी ठीक रहेगा. डयूटी के जो मानक तय हैं उसी अनुसार काम होगा. 

पुलिस को अपनी मनोवृति और व्यवहार में सुधारकर जनता का विश्वास प्राप्त करना होगा.

पुलिस महानिदेशक ने कहा कि सही काम करने वालों को किसी से डरने की जरुरत नहीं है. जो गलत काम करेगा वही डरेगा. उन्होंने यूपी 100 सेवा को और मजबूत बनाने के साथ वहां तैनात पुलिसकर्मियों की कार्यशैली में भी सुधार की बात कही. उन्होंने कहा कि गलत काम करने वालों की शिकायत करने वालों का नाम गुप्त रखा जायेगा. पुलिस अधिकारी जनता से मिलने का समय निर्धारित करें और जिलास्तर पर उनकी समस्याओं का निदान हो जायेगा तो लखनऊ आने की लोगों को जरुरत नहीं पडेगी. उन्होंने कहा कि वह स्वयं भी लोगों से मिलेगे.
    
पुलिस पर हमले की बढती घटनाओं के साथ हाल ही में सहारनपुर के सड़क दूधली गांव की घटना के बारे में पूछे जाने पर श्री सिंह ने कहा कि कानून व्यवस्था में अगर कोई बाधा डालता है तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई होगी और किसी भी बेगुनाह को फंसाया नहीं जायेगा. पुलिस पर हमले की घटनाओं के बारे में कहा कि हमारा काम जोखिम और चुनौती भरा है लेकिन ट्रेनिंग में हमें इससे बचने का प्रशिक्षण दिया जाता है. कभी-कभी इस तरह की घटना होती हैं जिससे नुकसान उठाना भी पडता है.
    
गौरतलब है कि प्रदेश सरकार ने पुलिस महकमे में शीर्ष स्तर पर फेरबदल करते हुए शुक्रवार को जावीद अहमद को डीजीपी पद से हटा दिया था. उनके स्थान पर प्रदेश के सबसे वरिष्ठ
आईपीएस अधिकारी सुलखान सिंह को प्रदेश का नया पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) नियुक्त किया.

इसके अतिरिक्त आदित्य मिश्रा को अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) के पद पर तैनात किया.

वर्ष 1980 बैच के आईपीएस सुलखान सिंह मौजूदा समय में डीजीपी प्रशिक्षण मुख्यालय के पद पर तैनात थे.

उनकी छवि तेज-तर्रार और ईमानदार अधिकारी की रही है. डीजीपी जावीद अहमद को डीजीपी पीएसी के पद पर स्थानांतरित किया गया है. इसके अलावा 10 अन्य वरिष्ठ आईपीएस
अफसरों का भी तबादला किया गया है.

 

आईएएनएस/वार्ता


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