उमा भारती के सफाई अभियान पर हुई जमकर राजनीति
जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्री उमा भारती के अपने संसदीय क्षेत्र में सफाई अभियान की शुरुआत करने के फैसले से जहां एक ओर बुंदेलखंड के सपा नेताओं में बेचैनी रही.
उमा भारती के सफाई अभियान पर हुई जमकर राजनीति (फाइल फोटो) |
वहीं दूसरी ओर अधिकारियों पर भी इस बात का दबाव रहा कि यह कार्यक्रम किसी भी स्थिति में जिलाधिकारी कार्यालय में न होने पाए. अंत में यही तय हुआ कि अब कार्यक्रम भाजपा शासित नगर निगम में होगा.
दरअसल सारी फजीहत जल संसाधन मंत्रालय द्वारा यह सूचना जारी करने के बाद हुई कि झांसी के डीएम कार्यालय में उमा भारती अधिकारियों व कर्मचारियों को स्वच्छ भारत की शपथ दिलाएंगी. इस खबर के बाद नेताओं ने इसे राजनीतिक रंग देना शुरू कर दिया और मामला लखनऊ तक जा पहुंचा. हालांकि जिलाधिकारी अनुराग यादव पहले ही नगर आयुक्त अरुण प्रकाश को पत्र लिख चुके थे कि कार्यक्रम अपने यहां आयोजित करें.
चूंकि नगर निगम में सत्तारूढ़ दल भाजपा है, इसलिए अब वहां स्वच्छता अभियान की तैयारियां जोरों पर हैं. उमा का दूसरा कार्यक्रम भी रेलवे परिसर में होगा. झांसी के मंडल रेल प्रबंधक नवीन चोपड़ा ने बताया कि स्टेशन में केंद्रीय मंत्री द्वारा सफाई अभियान का शुभारंभ होगा. एक कार्यक्रम स्थानीय बस्ती में रखा गया है.
गौरतलब है कि स्वच्छ भारत मिशन का मुख्य कार्यक्रम राजधानी दिल्ली स्थित रफी मार्ग क्रॉसिंग (राजपथ) में होगा, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. कार्यक्रम का संयुक्त आयोजन शहरी विकास मंत्रालय व स्वच्छता मंत्रालय ने किया है. इसमें कई केंद्रीय मंत्री भी आ रहे हैं, जो स्वच्छता की शपथ लेने के बाद अपने-अपने मंत्रालयों में सफाई अभियान की शुरुआत करेंगे.
लेकिन, उमा भारती द्वारा यह कार्यक्रम अपने संसदीय क्षेत्र में आयोजित करने के ऐलान के बाद वहां के सपा नेताओं ने इसका अंदरखाने विरोध करना शुरू कर दिया.
दरअसल, सपा नेताओं को लगा कि बुंदेलखंड में उमा सपा को कमजोर करने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित करा रही हैं. कुल मिलाकर अब झांसी में उमा द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के तीन कार्यक्रमों को अंतिम रूप दे दिया गया है. इसकी पुष्टि मंत्रालय ने भी की है.
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