योग क्रोनिक स्ट्रोक के मर्ज के लिए रामबाण

Last Updated 27 Jul 2012 04:11:55 PM IST

एक शोध में सामने आया है कि सामूहिक योग क्रोनिक स्ट्रोक से पीड़ित लोगों के लिए भी बेहतर है. इससे उनका शारीरिक संतुलन बढ़ता है.


सामूहिक योगा से शारीरिक गतिविधियां और संतुलन बेहतर

समूह में योग करने से दौरे से लंबे समय से पीड़ित लोगों को अपने शारीरिक गतिविधियों और संतुलन को बेहतर करने में मदद मिलती है. एक नये शोध में यह बात कही गयी है.
  
इंडियानापोलिस स्थित इंडियाना विविद्यालय-पूरद्यू विविद्यालय के शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में पाया कि समूह में योग करने से दौरे से पीड़ित लोगों को अपना शारीरिक संतुलन बेहतर करने में मदद मिलती है.

शोधकर्ताओं के अनुसार योग करना चिकित्सीय रूप से पारंपरिक कसरतों से ज्यादा लाभप्रद हो सकता है क्योंकि सामान्य कसरत की तुलना में योग करने के दौरान अलग-अलग आसन किये जाते हैं और ध्यान लगाया जाता है जिसका अलग प्रभाव पड़ता है.
   
दौरे से पीड़ित होने के बाद व्यक्ति लंबे समय तक संतुलन की समस्या से जूझता है. इससे अपंगता का सबंध है.
   
अमेरिकन हार्ट एसोसियेशन जर्नल में प्रकाशित हुए इस शोध के लिए लंबे समय तक दौरे से प्रभावित रहे लोगों पर योग के फायदों का अध्ययन किया गया. इसमें वैसे लोग शामिल किए गए जिन्हें छह महीने से ज्यादा समय पहले दौरा पड़ा था.
   
मुख्य शोधकर्ता एरलीन श्मिड् ने कहा कि क्रोनिक स्ट्रोक (लंबे समय तक दौरे) से प्रभावित लोगों के लिए योग जैसी सामूहिक क्रिया लाभप्रद है. इससे उनकी शारीरिक गतिविधियां और संतुलन बेहतर हो सकते है.


 



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