आने लगे विदेशी पक्षी

Last Updated 01 Nov 2011 04:06:46 PM IST

सर्दी शुरू होने के साथ ही विदेशों से पक्षी मेहमानों का भारत आना शुरू हो जाता है.




नेपाल सीमा से लगे उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले की गोद में समाया संरक्षित वन्य क्षेत्र सोहेलवा का पक्षी विहार विदेशों से आये मनमोहक, रंगबिरंगे,
सुनहरे मेहमान पक्षियों के सुरीले कलरव से गूंजना शुरु हो गया है.

वन क्षेत्र के अन्य जीव भी इन आकषर्क विदेशी मेहमान पक्षियों की किलकारियों से झूम रहे हैं. नेपाल व आसपास के क्षेत्रों से आने वाले पक्षी प्रेमी पर्यटकों की आमद बढ़ने लगी है.

वन विभाग सूत्रों के अनुसार शरद ऋतु की शुरुआत होते ही अफगानिस्तान, साइबेरिया, यूरोपीय और अन्य एशियाई देशों से बड़ी
संख्या में विदेशी मेहमान पक्षी समूह बनाकर भोज्य पदार्थ की खोज में यहां आते है. यह प्रवासी मेहमान यहां पक्षी विहार में अपनी मनमोहक अतिमृदुल गूंज के संग निराली अठखेलियां कर पर्यटकों को खूब लुभाकर फरवरी मार्च महीने में बसन्त के आगमन के करीब अपने गंतव्य पर पुन. लौटते हैं.

वनक्षेत्र में स्थित 11 जलाशयों में जलक्रीड़ा कर रहे रंगबिरंगे खूबसूरत पक्षी शरद ऋतु की शुरुआत में ही साइबेरिया व अन्य कई देशों में जमी बर्फ के कारण अकाल के चलते सिर्फ भोजन की तलाश में झुंड में सोहेलवा वन के पक्षी विहार में लगभग चार मास तक ठहरते हैं.

इन दिनों दुर्लभ प्रजाति के पक्षी पनकौवा, पिद्दो, जांघिल, डबारु, तिवारी, नीलसर, लालसर, कामनटूथ, सीकपर, पिन्टेल, समही,
बारनकटा, खीया, ठेकरी, बगुला, मैना, तोता, गिद्ध, मोर, सारस समेत अनेक प्रजातियों के रंगबिरंगे देशी विदेशी मेहमान पक्षियों ने अपनी मासूमियत भरी किलकारियों से समूचे वन क्षेत्र को सुरीला बना दिया है. अन्य देशों के साथ अफगानिस्तान से आये अतिमोहक पक्षी हाईटबैक्टेल ने पर्यटकों को लुभावनी हरकतों से पर्यटकों को अपने वश में कर रखा है.

पर्यटक इस आश्चर्यपूर्ण मनोरम पक्षी को घंटो निहारते रह जाते हैं. विदेशी मेहमान पक्षी लौटते समय प्रजनन भी करते हैं. इन पक्षियों के साथ सुहेलवा वन के जलाशयों में विषविहीन, ट्रायनिकिडे, जियोमाइडिडे, मंद विषाक्त, कोबरा, पनिहा, लोहारिन, चीतल,
सांडोआ, कालिया, मजांगदवा, पेंटारा, डोडहा, धमना, दोमुंहा, घुरकरायत, अजगर, करैत, स्नेक, कामनसैण्ड, अलिख, लिबेक समेत
अनेकों प्रजातियों के दुर्लभ सर्प भी अपने करतब से आकषर्ण का केन्द्र बने हैं.

इसी प्रकार कवई, मांगुर, सौल, डैनी, रोहू समेत कई तरह की मछलियां जल में तरह तरह की अटखेलियां कर रही हैं.



Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment