Dust Allergy: क्या धूल से होने वाली एलर्जी से आप हैं परेशान, तो ऐसे करें उपचार

Last Updated 16 Sep 2023 12:12:47 PM IST

धूल-मिट्टी के कणों से खांसी या छींक आना नॉर्मल समस्या है लेकिन जब आपको खुजली, जलन, लगातार छींक व खांसी आना जैसी अन्य समस्याओं का सामना करना पड़े, तो इसका मतलब यह है कि आपको धूल (Dust) से एलर्जी है।


घर के बाहर ही नहीं बल्कि घर के अंदर भी साफ सफाई आदि करते समय घर में मौजूद धूल-मिट्टी के कण जब शरीर के अंदर चले जाते हैं तब जिन लोगों को धूल से एलर्जी होती है उन्हें काफी दिक्कतें उठानी पड़ती है इसलिए हम आपको बताने वाले है कि धूल से एलर्जी होने के क्या कारण हैं, धूल से एलर्जी के क्या लक्षण हैं और इसका उपचार कैसे करें ।

धूल से एलर्जी होने के कारण
हर व्यक्ति के शरीर में बाहरी संक्रमणों से बचाव के लिए रोग प्रतिरोधक तंत्र (immunity system) मौजूद होता है। यह तंत्र (immunity system) शरीर में एक विशेष प्रकार के प्रोटीन, एंटीबॉडी का निर्माण करते हैं। जिससे शरीर के आंतरिक अंग बाहरी संक्रमणों से बचे रहते हैं। शरीर में जब एलर्जी का संक्रमण प्रवेश करता है, तब रोग प्रतिरोधक तंत्र एंटीबॉडी का निर्माण कार्य शुरू कर देता है। यह हानिकारक तत्व के रूप में उस एलर्जी के तत्व की पहचान कर लेता है। शरीर में एलर्जी होने से ही नाक की नली में सूजन पैदा होने लगती है। इस प्रकार जब शरीर का रोग प्रतिरोधक तंत्र (immunity system) की एंटीबॉडी बाहरी तत्वों के संक्रमणों (INFECTION )को बर्दाश्त नहीं कर पाता है, तब शरीर में एलर्जी की समस्या शुरू हो जाती है।

धूल से एलर्जी के क्या लक्षण हैं?
1. लगातार छींक आना
2. खांसी आना
3. नाक बहना
4. आंखो का लाल होना
5. आंखों में खुजली व जलन होना
6. नाक बंद हो जाना
7. नाक,गले में खुजली में होना
8. गले में बलगम आना
9. आंखों के नीचे की त्वचा में सूजन
10. आंखों के नीचे का हिस्से नीला पड़ जाना

धूल से होने वाली एलर्जी का घरेलू उपचार
शहद - एनसीबीआइ की एक रिपोर्ट के मुताबिक,शहद में एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीमाइक्रोबॉयल गुण मौजूद होते हैं। यह गुण शरीर की एलर्जी में काफी फायदेमंद साबित होते हैं। यदि आप चार से आठ हफ्तों तक लगातार शहद का सेवन करते हैं तो आपको एलर्जी से राहत मिल सकती है। आप सीधे दो चम्मच शहद का सेवन कर सकते हैं या एक कप में दो चम्मच शहद मिलाकर भी सेवन कर सकते हैं।

यूकलिप्टस या लैवेंडर ऑयल - धूल से होने वाली एलर्जी में लैवेंडर ऑयल भी बेहद फायदेमंद साबित होता है। यूकलिप्टस या लैवेंडर ऑयल इन दोनों ही तेलों में एंटी इन्फ्लेमेटरी और एनाल्जेसिक गुण पाए जाते हैं। यह दोनों ही तेल धूल से होने वाली एलर्जी के लक्षण को दूर करते हैं। आप यूकलिप्टस या लैवेंडर ऑयल की कुछ बूंदों की भाप लेने के लिए डिफ्यूजर में डाल दें और बाद में इसकी भांप ले सकते हैं। इस प्रकार रोजाना 1 से 2 बार इन बूंदों की भाव लेने से डस्ट एलर्जी से राहत मिलेगी।

एलोवेरा, ग्रीन टी, हल्दी - इसके साथ ही आप धूल से होने वाली एलर्जी को रोकने के लिए घरेलू उपचार में एलोवेरा, ग्रीन टी, हल्दी, सेब का सिरका, पुदीना चाय, देसी घी, हर्बल टी आदि का प्रयोग कर सकते हैं।

विटामिन -सी और विटामिन-ई - धूल से होने वाली एलर्जी के बचाव में विटामिन्स बेहद कारगर साबित होते हैं। मेडिकल रिसर्च के अनुसार, विटामिन -सी और विटामिन-ई धूल से होने वाली एलर्जी को रोकने में मदद करता है।

धूल से होने वाली एलर्जी से बचने के लिए आप अपने घर के अंदर कुछ विशेष पौधे लगा सकते हैं। जिसमें ड्रैकैना अर्बोरिया और अजेरेटम कोनीजोएडिस नामक पौधे बेहद विशेष हैं।

धूल से होने वाली एलर्जी के सामान्य लक्षणों में आप घरेलू उपायों से बचाव कर सकते हैं लेकिन यदि यह लक्षण ज़्यादा दिन तक रहे तो डॉक्टर से संपर्क करना अनिवार्य है। डॉक्टर से परामर्श लेने पर आप डस्ट एलर्जी से होने वाली गंभीर बीमारियों से बच सकते हैं।

प्रेरणा शुक्ला
नई दिल्ली


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