प्रॉन पोजिशन ने ऑक्टोजेनेरियन को कोरोना से लड़ने में मदद की

Last Updated 27 Apr 2021 04:41:41 PM IST

उत्तर प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी के चलते जहां मरीज घबरा रहे हैं, उसी बीच गोरखपुर की 82 साल की एक महिला ने प्रॉन पोजिशन (उल्टा लेटकर) के जरिए अपने ऑक्सीजन लेवल को बढ़ाया।


प्रॉन पोजिशन ने ऑक्टोजेनेरियन को कोरोना से लड़ने में मदद की

महिला ने बिना किसी ऑक्सीजन सिलेंडर के कोरोना को मात दी , और लोगों के लिए एक मिसाल बन गई।

गोरखपुर के अलीनगर की विद्या श्रीवास्तव ने इस महीने की शुरूआत में कोरोना के लिए सकारात्मक परीक्षण किया था।


उनके बड़े बेटे, हरि मोहन श्रीवास्तव ने कहा, "मेरी मां ने सकारात्मक परीक्षण किया और हमने उन्हें घर में ही आइसोलेशन में रखा। एक दिन उनके ऑक्सीजन का स्तर 79 तक कम हो गया और परिवार में हर कोई चिंतित था। हालांकि, हमने हार नहीं मानी और उसे झूठ कहा कि उल्टे होकर लेट जाइए, धीरे धीरे, स्थिति में सुधार हुआ और चार दिनों के भीतर ऑक्सीजन का स्तर 94 हो गया।"

हरि मोहन ने अपनी माँ के कमरे में चार दिन बिताए और नियमित रूप से उनके ऑक्सीजन के स्तर की निगरानी की। उन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं दिया गया।



हरि मोहन ने बताया कि हमारा पूरा परिवार कोरोना की चपेट में आ गया था। पर हमने हिम्मत नहीं खोई और सावधानी रखने के साथ ही डॉक्टर की दी हुई दवाईयां टाइम पर ली । अब हम सब कोरोना को हरा चुके है और स्वस्थ्य हैं।

आईएएनएस
गोरखपुर


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