किडनी की बीमारी की रोकथाम में जड़ी बूटी हो सकती है कारगर

Last Updated 13 Mar 2019 07:05:06 PM IST

एलोपैथी में किडनी की समस्या के उपचार के लिए सीमित विकल्प को देखते हुए वि किडनी दिवस की पूर्व संध्या पर पारंपरिक चिकित्सा पद्धति के विशेषज्ञों ने दावा किया है कि सावधानी से भोजन करने और व्यायाम के साथ जड़ी बूटी का सेवन बीमारी के बढने की गति को धीमी कर सकती है।


जड़ी बूटी से किडनी की बीमारी की रोकथाम

देश में किडनी की समस्या से जूझ रहे अधिकतर मरीजों के लिए डायलिसिस जिंदगी का जरिया है। एलोपैथी में किडनी की समस्या के उपचार के लिए सीमित विकल्प को देखते हुए वि किडनी दिवस की पूर्व संध्या पर पारंपरिक चिकित्सा पद्धति के विशेषज्ञों ने दावा किया है कि सावधानी से भोजन करने और व्यायाम के साथ जड़ी बूटी का सेवन बीमारी के बढने की गति को धीमी कर सकती है और बीमारी के लक्षणों से निजात दिला सकती है।          

दो हालिया वैज्ञानिक अध्ययनों में दावा किया गया है कि पुनर्नवा जैसे पारंपरिक औषधीय पौधे पर आधारित औषधि का फामरूलेशन किडनी की बीमारी में रोकथाम में कारगर हो सकता है और बीमारी से राहत दिला सकता है।          

एक नए अध्ययन के मुताबिक, किडनी की समस्या से जूझ रही एक महिला को पुनर्नवा से बनाया गया सीरप एक महीने तक दिया गया जिससे उनके रक्त में क्रिएटिनिन और यूरिया का स्तर स्वस्थ स्तर पर आ गया।          

बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में किया गया अध्ययन 2017 में र्वल्ड जर्नल ऑफ फाम्रेसी एंड फार्मास्युटिकल्स साइंस प्रकाशित हुआ ।          

इंडो अमेरिकन जर्नल ऑफ फार्मास्युटिकल रिसर्च में प्रकाशित एक अन्य अध्ययन में भी कमल के पत्ते, पत्थरचूर और अन्य जड़ी बूटियों सहित पुनर्नवा से बनायी गयी औषधि के प्रभाव का जिक्र किया है।          

बीएचयू के द्रव्यगुण विभाग के प्रमुख के एन द्विवेदी ने कहा कि नीरी केएफटी (सीरप) में औषधीय फामरूलेशन कुछ हद तक डायलिसिस का विकल्प हो सकता है। दरअसल, एलौपैथी में किडनी की बीमारी के उपचार के लिए सीमित विकल्प होने के कारण आयुर्वेदिक औषधि पर जोर बढ रहा है।    

    

सर गंगाराम अस्पताल में सीनियर नेफ्रोलॉजिस्ट मनीष मलिक ने कहा कि एलोपैथी में किडनी की बीमारी के उपचार के लिए सीमित संभावना है। उपचार महंगा भी है और पूरी तरह सफल भी नहीं होता।          

इसलिए, मलिक का कहना है कि पुनर्नवा जैसी जड़ी बूटी पर आधारित नीरी केएफटी की तरह की किफायती आयुव्रेदिक दवा नियमित डायलिसिस करा रहे मरीजों के लिए मददगार हो सकती है।

भाषा
नयी दिल्ली


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