गर्दन दर्द : कहीं किसी गंभीर बीमारी का इशारा तो नहीं

Last Updated 27 Jul 2017 04:04:47 PM IST

गर्दन दर्द का पहला और आजकल सबसे आम कारण है तकनीकीकरण यानि घंटों कंप्यूटर पर बैठना, स्मार्ट फोन पर टाइम काटना, ज्यादा टीवी देखना...


फाइल फोटो

आजकल की भागती दौड़ती जिंदगी में ज्यादातर लोग गर्दन दर्द की समस्या से परेशान हैं. कहने को तो गर्दन का दर्द एक आम समस्या है जिससे कभी न कभी हर कोई दोचार होता है लेकिन इसे अक्सर लोग नजरअंदाज भी कर देते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये छोटी सी समस्या आपके जी का जंजाल भी बन सकती है.

गर्दन के दर्द को हल्के में लेना आपको भारी पड़ सकता है क्योंकि गर्दन का दर्द किसी गंभीर बीमारी का इशारा भी हो सकता है. हो सकता है कि परेशानी इतनी बढ़ जाए कि आपके लिए रोजमर्रा का काम करना भी मुश्किल हो जाए और गर्दन का दर्द किसी गंभीर रोग के रूप में आपके गले पड़ जाए. इसलिए इसके कारण और निवारण जानना बेहद जरूरी है.

आइए जानते हैं समय न्यूज चैनल के कार्यक्रम 'जियो हेल्दी' में डॉ. राजेश मल्होत्रा, (प्रमुख एम्स ट्रामा सेंटर) के दिए कुछ टिप्स के बारें में....

क्यों सताता है गर्दन का दर्द :

  • दूसरा आम कारण है गलत पोस्चर यानि टेढ़ी-मेढ़ी पोजीशन में टीवी देखना, अधलेटे होकर किताबें पढ़ना, गलत पोजीशन में सोना, ऊंचा तकिया लगाना इत्यादि.
  • इन कारणों के अलावा गर्दन का दर्द टीबी जैसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है. अगर गर्दन का दर्द कंधे या हाथों में उतर रहा हो, दर्द सिर तक जा रहा हो या फिर दर्द इस हद तक बढ़ जाए की गर्दन को हिलाया भी न जाए, यहां तक की सांस लेने में भी दिक्कत हो तो ये खतरे की दस्तक हो सकती है.

  • इसके अलावा आपके काम का प्रकार भी गर्दन दर्द का कारण हो सकता है, जैसे-पूरे दिन बोझा ढोने का काम करने वाले कुली स्लिप डिस्क का शिकार हो सकते हैं. स्लिप डिस्क भी गर्दन के दर्द का कारण हो सकती है.
  • इस आम समस्या का एक सामान्य कारण सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइसिस भी है जो आजकल तेजी से अपने पैर पसार रही है. इसकी वजह ज्यादातर झुककर काम करना है. इसके अलावा गठिया का रोग भी दर्द का कारण हो सकता है.


गर्दन के दर्द का करें निवारण

  • गर्दन दर्द पास न फटके इसके लिए आप व्यायाम को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं. कुछ आसान व्यायाम करें जैसे गर्दन को सर्कल में घुमाएं, दाएं-बाएं, आगे-पीछे घुमाएं.
  • गर्दन और कंधे को स्ट्रैच करें और फिर ढीला छोड़े दें. ऐसा दिन में दो से तीन बार करें.
  • एक मोटी किताब सिर पर रखकर बैलेंस करने की कोशिश करें इसे सुबह और शाम 5-5 मिनट के लिए कर सकते हैं.

  • योग के आसान आसन भी आपको इस परेशानी से दूर रखने में सहायक हो सकते हैं.
  • वहीं पोस्चर का खास ध्यान रखें, सोते वक्त, टीवी देखते समय और किताब पढ़ते वक्त टेढ़ी-मेढ़ी पोजीशन में न रहें.
  • कंप्यूटर, स्मार्ट फोन, टीवी के अत्याधिक इस्तेमाल से बचें. अगर ऑफिस में ऐसा करना अनिवार्य भी हो तो हर घंटे में उठकर कमरे का एक चक्कर लगा लें.
  • ये छोटे-छोटे उपाय आपको इस बड़ी समस्या से दूर रख सकते हैं.


डॉक्टर की सलाह है जरूरी :

  • अगर गर्दन का दर्द सिर का दर्द बन जाए यानि ये दर्द कंधे या सिर तक होना शुरू हो जाए तो बिना वक्त गंवाए डॉक्टर के पास जाएं.
  • यदि लंबे समय से आप गर्दन के दर्द को झेल रहे हैं और गर्दन को हिलाना-डुलाना और रोजमर्रा के काम करना भी आपके लिए मुश्किल हो रहा है तो संभल जाइये और तुरंत डॉक्टर की सलाह लीजिए.
  • अधिकतर चक्कर आना, गर्दन को हिलाते ही चक्कर का बढ़ जाना सर्वाइकल होने की निशानी है इसलिए डॉक्टर को दिखाना जरूरी है.
  • वहीं अगर गर्दन में किसी तरह की सूजन या गांठ दिखाई दे तो इसे हल्के में लेने की बजाय अस्पताल का रु ख करें.
  • ध्यान दें कि अगर बुखार के साथ गर्दन का दर्द दिनोंदिन बढ़ता जाए तो भी चिकित्सक के परामर्श से परहेज न करें.

प्रस्तुति : पूजा चौबे
 

 

समय लाइव डेस्क


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