दुनिया का सबसे छोटा पेसमेकर विकसित

Last Updated 05 Feb 2017 05:13:46 PM IST

हृदय रोग से पीड़ित मरीजों को आने वाले समय में बेहद जटिल पारंपरिक पेसमेकर से छुटकारा मिल सकता है, क्योंकि वैज्ञानिकों ने बेहद छोटे आकार का एक पेसमेकर विकसित किया है.


(फाइल फोटो)

हृदय गति सामान्य करने की दिशा में ब्रेडिकार्डिया (मंदस्पंदन) के इलाज में पेसमेकर महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और यह हृदय गति बढ़ाने के लिए इलेक्ट्रिकल इंपल्स भेजने के लक्षणों से छुटकारा दिलाता है.

ब्रेडिकार्डिया में हृदय गति कम हो जाती है. इस रोग में हृदय गति प्रति मिनट 60 से भी कम हो जाती है.

अमेरिका के टेक्सास स्थित ह्यूस्टन मेथोडिस्ट हॉस्पिटल ने एक माइक्रा ट्रांसकैथेटर पेसिंग सिस्टम (टीपीएस) का विकास किया है, जो ब्रेडिकार्डिया से पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए दुनिया का सबसे छोटा पेसमेकर है. इस पेसमेकर को अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) की मंजूरी मिल चुकी है.



इस उपकरण का आकार एक बड़े विटामिन जितना है और पारंपरिक पेसमेकर की तरह इसमें कार्डियक वायर की जरूरत नहीं होती.

ह्यूस्टन मेथोडिस्ट हॉस्पिटल के प्रबंध निदेशक पॉल स्कूरमैन ने कहा, "यह उपकरण इतना छोटा है कि इसे एक कैथेटर के माध्यम से सीधे दिल में पहुंचाया जा सकता है. यह 10 साल तक बिना रुके काम कर सकता है."

आईएएनएस


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