अमेरिकी लोग 11 सितंबर 2001 को हुए भीषण आतंकी हमलों की 24वीं बरसी मना रहे हैं और इन हमलों में मारे गए लोगों की याद में श्रद्धांजलि सभाएं आयोजित की जा रही हैं।
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आतंकवाद के इस भीषण कृत्य में लगभग 3,000 लोग मारे गए थे। इन लोगों के परिजन बृहस्पतिवार को न्यूयॉर्क, पेंटागन और पेंसिलवेनिया के शैंक्सविले में आयोजित स्मृति समारोह में गणमान्य व्यक्तियों और राजनीतिक नेताओं के साथ शामिल होंगे।
मृतकों की याद में अन्य जगह भी कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमले के दौरान अपने पिता रॉबर्ट लिंच को खो देने वाले जेम्स लिंच ने कहा कि वह और उनका परिवार समुद्र तट पर दिन बिताने से पहले न्यू जर्सी में अपने गृहनगर के पास एक समारोह में भाग लेंगे।
निचले मैनहट्टन में घटनास्थल पर मृतकों के नाम उनके परिवार और प्रियजनों द्वारा एक समारोह में पढ़े जाएंगे, जिसमें उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और उनकी पत्नी ऊषा वेंस भी शामिल होंगी।
इस दौरान ठीक उसी समय मृतकों की याद में मौन रखा जाएगा जब आतंकवादियों ने अपहृत विमानों से वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के ट्विन टावर पर हमला किया था। इस हमले में गगनचुंबी इमारतें देखते ही देखते जमीदोज हो गई थीं।
वर्जीनिया स्थित पेंटागन में उन 184 सैन्यकर्मियों और असैन्य नागरिकों को श्रद्धांजलि दी जाएगी, जो उस समय मारे गए थे जब अपहर्ता आतंकियों ने एक विमान को अमेरिकी सेना मुख्यालय की इमारत में घुसा दिया था।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप बृहस्पतिवार शाम न्यूयॉर्क यांकीज़ और डेट्रॉयट टाइगर्स के बीच बेसबॉल खेल के लिए ब्रोंक्स जाने से पहले स्मृति समारोह में शामिल होंगे।
पेंसिल्वेनिया के शैंक्सविले के पास एक गांव के मैदान में उड़ान संख्या 93 में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी। इस अपहृत विमान के चालक दल के सदस्य और यात्री अपहर्ता आतंकवादियों से भिड़ गए थे और इस दौरान विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
अमेरिका में 11 सितंबर 2001 को हुए भीषण आतंकी हमलों को 9/11 हमलों के नाम से जाना जाता है।
लिंच की तरह देश भर में अन्य लोग भी राष्ट्रीय सेवा दिवस के तहत सेवा परियोजनाओं और दान-कार्यों के साथ 9/11 की बरसी मना रहे हैं। स्वयंसेवक भोजन और वस्त्र वितरण अभियान, पार्क और आस-पड़ोस की सफाई, रक्त बैंकों और अन्य सामुदायिक कार्यक्रमों में भाग लेंगे।
अलकायदा के आतंकवादियों द्वारा किए गए इन हमलों में कुल 2,977 लोग मारे गए थे, जिनमें वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के कई वित्तीय कर्मचारी और अग्निशमन कर्मी तथा पुलिस अधिकारी शामिल थे, जो जलती हुई इमारतों में लोगों की जान बचाने के लिए पहुंचे थे।
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