कतर में इजराइली हमले में हमारे पांच सदस्यों की मौत हुई, लेकिन सभी शीर्ष नेता सुरक्षित: हमास

Last Updated 10 Sep 2025 09:05:28 AM IST

इजराइल ने गाजा में संघर्ष विराम के अमेरिकी प्रस्ताव के बीच मंगलवार को कतर में हमास नेतृत्व को निशाना बनाकर हमला किया। इसके बाद हमास ने एक बयान जारी कर कहा कि इजराइली हमले में उसके सभी शीर्ष नेताओं की जान बच गई, लेकिन निचले दर्जे के पांच सदस्यों की मौत हुई है।


इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय व्हाइट हाउस ने कहा कि इजराइल ने कतर में हमला करने से पहले अमेरिका को सूचित कर दिया था। अमेरिका ने कहा कि उसने कतर को भी इसकी जानकारी दे दी थी।

व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलीन लेविट ने पत्रकारों से कहा कि पश्चिम एशिया के लिए अमेरिकी दूत स्टीव विटकॉफ ने हमले के संबंध में कतर को आगाह कर दिया था।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का मानना ​​है कि इजराइली हमला एक "दुर्भाग्यपूर्ण घटना" है जिससे क्षेत्र में शांति को बढ़ावा नहीं मिलेगा।

लेविट ने कहा कि ट्रंप ने इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात कर “अपने विचार और चिंताएं स्पष्ट रूप से व्यक्त कीं।”

हमास ने एक बयान में कहा कि उसके शीर्ष नेता हमले में बच गए, लेकिन निचले स्तर के पांच सदस्य मारे गए, जिनमें गाजा के लिए हमास के नेता और शीर्ष वार्ताकार खलील अल-हय्या का बेटा भी शामिल है।

कतर के गृह मंत्रालय ने बताया कि कतर के आंतरिक सुरक्षा बल के एक सदस्य की मौत हो गई और कुछ अन्य घायल हो गए।

इस हमले के साथ ही हमास के खिलाफ इजराइल का अभियान और व्यापक हो गया।

धमाके के बाद कतर की राजधानी दोहा के क्षितिज पर काला धुआं छा गया। अधिकारियों ने हमले की पुष्टि की है।

ऊर्जा संपन्न कतर अमेरिका का सहयोगी है और हजारों अमेरिकी सैनिकों की मेजबानी करता है। कतर युद्ध से पहले भी कई वर्षों तक इजराइल और हमास के बीच एक प्रमुख मध्यस्थ रहा है।

राजधानी दोहा में धुआं उठते देख कतर ने इसे ‘‘सभी अंतरराष्ट्रीय कानूनों और मानदंडों का घोर उल्लंघन’’ बताते हुए इसकी निंदा की।

सात अक्टूबर, 2023 को इजराइल पर हुए हमले से शुरू हुए युद्ध के बाद से हमास कई बड़े झटके झेल चुका है, इसके बावजूद यह संगठन गाजा में अब भी मौजूद है।

लंबे समय से रुकी हुई युद्धविराम वार्ता का भविष्य और भी अनिश्चित हो गया है, क्योंकि इजराइल, गाजा शहर पर कब्जा करने के उद्देश्य से एक बड़े हमले की तैयारी कर रहा है। इस हमले की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कड़ी निंदा हुई है और इजराइल के भीतर उन लोगों ने इसका विरोध किया है, जिन्हें डर है कि इससे शेष बंधकों की जान को खतरा है।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने हमले की निंदा करते हुए कहा, ‘‘सभी पक्षों को स्थायी युद्धविराम हासिल करने की दिशा में काम करना चाहिए, न कि इसे नष्ट करने की।’’

इज़राइल लंबे समय से हमास नेताओं पर हमले करने की धमकी देता रहा है, भले ही वे कहीं क्यों न हों। हालांकि उसने अक्सर मिस्र के साथ-साथ कतर की मध्यस्थ की भूमिका का स्वागत किया है, लेकिन उसने इस खाड़ी देश पर समूह पर पर्याप्त दबाव न डालने का भी आरोप लगाया है।

विदेशों में वरिष्ठ आतंकवादियों के खिलाफ पिछले इजराइली अभियानों के विपरीत, इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सार्वजनिक रूप से इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा, ‘‘इज़राइल ने इसे शुरू किया, इजराइल ने इसे अंजाम दिया और इजराइल इसकी पूरी ज़िम्मेदारी लेता है।’’

उन्होंने कहा कि यह फैसला सोमवार को यरुशलम में हुए गोलीबारी के बाद लिया गया, जिसमें छह लोग मारे गए थे और गाजा में इजराइली सेना पर हुए हमले में चार सैनिक मारे गए थे।
सेना ने विस्तार से चर्चा किये बिना कहा कि उसने हमले में "सटीक गोला-बारूद और अतिरिक्त खुफिया जानकारी" का इस्तेमाल किया।

एक इजराइली अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर पुष्टि की कि हमला हमास को निशाना बनाकर किया गया था।

यह तुरंत स्पष्ट नहीं हो पाया कि हमले में कोई हताहत हुआ है या नहीं। सात अक्टूबर, 2023 को दक्षिणी इजराइल पर हमास के हमले के बाद से, लगभग दो साल से चल रहे युद्ध में यह दूसरी बार है, जब ऊर्जा संपन्न राष्ट्र कतर पर सीधा हमला हुआ है।

कतर ने दोहा स्थित हमास के राजनीतिक मुख्यालय पर हुए ‘‘कायराना इज़राइली हमले’’ की निंदा की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माजिद अल-अंसारी ने इसे ‘‘सभी अंतरराष्ट्रीय कानूनों और मानदंडों का घोर उल्लंघन’’ बताया।

कतर स्थित अमेरिकी दूतावास ने कहा कि उसने अपने प्रतिष्ठानों के लिए ‘आश्रय-स्थल आदेश’ जारी कर दिया है।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा कि वह हमास को संभावित युद्धविराम के संबंध में अपनी "अंतिम चेतावनी" दे रहे हैं, क्योंकि अमेरिका ने एक नया प्रस्ताव रखा है जिसके बारे में अरब अधिकारियों ने कहा कि इसमें सभी बंधकों की तत्काल रिहाई शामिल है।

सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने कतर के शासक के साथ फोन पर बातचीत में इस हमले को ‘‘आपराधिक कृत्य और अंतरराष्ट्रीय कानून का घोर उल्लंघन’’ बताया।

कतर का विशाल अल-उदैद एयरबेस 12 दिनों तक चले ईरान-इजराइल युद्ध के दौरान ईरानी हमले की चपेट में आ गया था। इस एयरबेस पर अमेरिकी सेना का पश्चिम एशिया स्थित सेंट्रल कमांड का अग्रिम मुख्यालय स्थित है।

इस युद्ध में अमेरिकी बमवर्षक विमानों ने ईरानी परमाणु स्थलों पर हमला किया था।

एपी
दुबई


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