भारत विरोधी रहे मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू की पार्टी जीत की ओर

Last Updated 22 Apr 2024 10:48:47 AM IST

मालदीव में राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की पार्टी को बढ़त मिल गई है।


Maldive Election

रविवार को हुए मालदीव का संसदीय चुनाव राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की अग्नि परीक्षा थी। राष्ट्रपति मुइज्जू अपनी भारत विरोधी नीतियों के चलते सुर्खियों में बने हुए थे। हालांकि राष्ट्रपति बनने के बाद भी मालदीव की संसद में उनकी पार्टी का बहुमत नहीं था। मालदीव में रविवार को संसदीय चुनाव के लिए वोट डाले गए थे। कुछ रिपोर्ट्स के आधार पर दावा किया जा रहा है कि राष्ट्रपति मुइज्जू की पार्टी पीपल्स नेशनल कांग्रेस जीत की ओर बढ़ रही है। कहा जा रहा है कि मुइज्जू की पार्टी 59 सीटों पर जीत दर्ज कर चुकी है और अभी भी वोटों की गिनती चल रही है।

 मालदीव की संसद में विपक्षी पार्टी मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी का बहुमत था, जो भारत समर्थक मानी जाती है। यही वजह थी कि मुइज्जू को संसद में भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा था। अब संसदीय चुनाव में मुइज्जू की पार्टी की जीत भारत की चिंता बढ़ाने वाली है। आशंका है कि अब मालदीव में चीन का प्रभाव बढ़ सकता है क्योंकि मुइज्जू की पार्टी का संसद में बहुमत होने के चलते सरकार को नीतिगत फैसले लेने में आसानी होगी। मालदीव में रविवार सुबह 8 बजे से लेकर शाम साढ़े पांच बजे तक मतदान हुआ।

जो जानकारी मिल रही है उसमें मालदीव के चुनाव आयोग के अनुसार, वोट देने के लिए योग्य 2,84,663 लोगों में से 2,07,693 लोगों ने वोट डाला और देश में मत प्रतिशत 72 फीसदी रहा। मालदीव के रिसोर्ट, जेल और औद्योगिक द्वीपों पर भी वोट डाले गए। भारत में तिरुवनंतपुरम, श्रीलंका के कोलोंबो, मलेशिया के कुआलालंपुर में भी मालदीव चुनाव के लिए वोट डाले गए। मालदीव में 93 संसदीय सीटों के लिए छह पार्टियों के 368 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। इनमें मुइज्जू की पार्टी पीपल्स नेशनल कांग्रेस और मुख्य विपक्षी पार्टी मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी समेत 130 निर्दलीय उम्मीदवार भी शामिल हैं। 

 

सहारा समय लाईव
नई दिल्ली


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