पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के खिलाफ कार्रवाई करते हुए सादे लिबास में पुलिस और सुरक्षा अधिकारियों ने यहां इसके मुख्यालय पर कथित तौर पर छापा मारा तथा पार्टी के सदस्यों को परिसर में प्रवेश करने से रोका। एक मीडिया रिपोर्ट में गुरूवार को यह जानकारी दी गई।
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पार्टी सूत्रों के हवाले से ‘डॉन न्यूज’ ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि यह छापेमारी खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी को भ्रष्टाचार के एक मामले में 14-14 साल के कठोर कारावास की सजा सुनाए जाने के एक दिन बाद हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक, यह कार्रवाई बुधवार को इस्लामाबाद के सेक्टर जी-8 में इमरान की पार्टी की बैठक से ठीक पहले की गई है। हालांकि, पार्टी ऑनलाइन माध्यम से बैठक करने में सफल रही, जिसमें इसने एक पखवाड़े के भीतर संगठनात्मक चुनाव कराने का फैसला किया।
वहीं, इस्लामाबाद पुलिस के एक अधिकारी ने आरोप से इनकार किया और कहा कि मजिस्ट्रेट की अनुमति के बिना छापेमारी नहीं की जा सकती और बुधवार को ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया था। उन्होंने दावा किया कि पुलिस टीम सुरक्षा प्रदान करने के लिए वहां गई थी। अधिकारी ने कहा, ‘‘इमरान खान और बुशरा बीबी के खिलाफ अदालत का फैसला आने के चलते वहां विरोध प्रदर्शन होने की आशंका थी।
पुलिस ने पार्टी मुख्यालय में प्रवेश नहीं किया और बाहर ही रही।’’ पार्टी के एक नेता ने कहा, ‘‘इस्लामाबाद में पुलिस सादे लिबास वाले लोगों के साथ पार्टी मुख्यालय पहुंची, गार्ड को हटा दिया और परिसर को अपने नियंत्रण में ले लिया। कर्मचारियों को बाहर जाने के लिए कहा गया और उनमें से कुछ, जो वहां रूकना चाहते थे, उन्हें उनके कार्यालयों तक ही सीमित कर दिया गया।’’ उन्होंने दावा किया कि पुलिस ने पार्टी की बैठक में भाग लेने पर नेताओं को अंजाम भुगतने की धमकी दी।
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