Sudan Clash: सूडान में नहीं थम रहा संघर्ष, सड़कों पर बिखरी लाशें, पाकिस्तानी दूतावास पर भी हमला
सूडान की राजधानी को बुधवार को बम धमाकों तथा भारी गोलाबारी ने दहला दिया। सुरक्षाबलों के बीच झड़पों को देखते हुए हजारों लोग राजधानी को छोड़कर भाग गए हैं।
![]() सूडान में नहीं थम रहा संघर्ष |
रैपिड सपोर्ट फोर्स का कहना है कि वे अगले 24 घंटे के लिए सीजफायर करेंगे, जिस तरह से सेना की ओर से की गई थी।
सूडानी सेना और एक प्रतिद्वंद्वी अर्धसैनिक बल मंगलवार शाम से 24 घंटे के संघर्ष विराम के लिए सहमत हुए थे, हालांकि इसका पालन होता नजर नहीं आया।
वहीं संयुक्त राष्ट्र के एक अधिकारी के अनुसार देश में सप्ताहांत में शुरू हुई हिंसा के बाद से अभी तक कम से कम 270 लोगों की जान जा चुकी है।
सूडान में हर जगह जमकर गोलाबारी और बमबारी हो रही है, देश की राजधानी खार्तूम पूरी तरह से दहल गई है। चारों तरफ दहशत का माहौल बना हुआ है, चारों ओर आकाश में धुएं के गुबार देखे जा जा रहे हैं।
इस बीच खार्तूम में पाकिस्तान के दूतावास पर हमला किया गया है। इसकी जानकारी खुद पाकिस्तान के दूतावास ने बयान जारी कर दी है।
हालांकि पाकिस्तान ने दोनों पक्षों से अपील की है कि वे संयम बरतें और सूडान सरकार से उनके दूतावास की सुरक्षा बढ़ाने के लिए कहा है।
दरअसल, आर्मी और पैरामिलिट्री फोर्स के बीच लड़ाई 5 दिनों से हो रही है। लड़ाई थमने के कोई संकेत भी नहीं दिखाई दे रहे रहे, हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं।
पाकिस्तान के दूतावास का कहना है कि सूडानी सशस्त्र बलों और रैपिड सपोर्ट फोर्स के बीच झड़पों के दौरान तीन गोलियां दूतावास में लगीं हैं, जिससे चांसरी की इमारत को नुकसान पहुंचा है। उसका कहना है कि यह घटना वियना कन्वेंशन का घोर उल्लंघन है क्योंकि मेजबान सरकार राजनयिक मिशनों को सुरक्षा देने के लिए पूरी तौर से जिम्मेदार है।
चश्मदीदों ने बताया कि हिंसा के कारण अपने घरों में कई दिन से कैद सूडान के लोग राहत के कोई संकेत नहीं मिलने के कारण हताशा में अब अपने घरों को छोड़कर भागने लगे हैं।
खार्तूम के कई इलाकों के निवासियों ने ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया कि उन्होंने महिलाओं तथा बच्चों सहित कई लोगों को सामान ले जाते हुए देखा, कुछ पैदल जा रहे थे तो कुछ वाहनों पर।
‘डॉक्टर्स सिंडिकेट’ की सचिव अतिया अब्दुल्ला अतिया ने कहा, ‘खातरूम एक डरावना शहर बन गया है।’ संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, देश में सप्ताहांत में शुरू हुई ¨हसा के बाद से अभी तक कम से कम 270 लोगों की जान जा चुकी है। लगातार गोलाबारी, तोप से हमलों और हवाई हमले ने सूडान की राजधानी खातरूम और निकटवर्ती ओमडर्मन शहर को हिलाकर रख दिया है। स्थानीय लोगों ने सैन्य मुख्यालयों तथा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास झड़पों की जानकारी दी।
मानवाधिकारों की वकालत करने वाले तहानी अब्बास ने कहा, ‘रात में छिटपुट गोलाबारी के बाद सुबह संघर्ष बढ़ गया।’
तहानी सैन्य मुख्यालय के नजदीक रहती हैं। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने सूडान के सशस्त्र बल के प्रमुख जनरल अब्देल फत्ताह बुरहान, अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स के प्रमुख जनरल मोहम्मद हमदान से फोन पर बात की थी। दोनों प्रतिद्वंद्वी मंगलवार शाम से 24 घंटे के संघर्ष विराम के लिए सहमत हुए थे, हालांकि इसका पालन होता नजर नहीं आया। देश की सेना और उसके पूर्व साझेदार एवं अब प्रतिद्वंद्वी ‘रैपिड सपोर्ट फोर्स समूह’ (RSF) के बीच महीनों के तनाव ने ही संघर्ष का रूप ले लिया है।
अब्दुल फतह अल बुरहान के नेतृत्व वाली सेना ने एक बयान में आरएसएफ के साथ बातचीत से इनकार करते हुए इसे भंग करने की बात कही है और इसे ‘बागी मिलिशिया’ करार दिया है। वहीं, अर्धसैनिक समूह ‘RSF’ ने सशस्त्र बलों के प्रमुख को ‘अपराधी’ बताया। सूडान की सेना ने अक्टूबर 2021 में तख्तापलट कर सत्ता पर कब्जा कर लिया था और तब से वह एक संप्रभु परिषद के माध्यम से देश चला रही है। सूडान पर नियंत्रण को लेकर देश की सेना तथा शक्तिशाली अर्धसैनिक बल के बीच लगातार खींचतान जारी है।
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