एशिया के शीर्ष पर्यटन स्थलों में से एक श्रीलंका ने एक अगस्त से अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन को सीमित तौर पर फिर से शुरू करने को लेकर दिशानिर्देश जारी किए हैं।
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गौरतलब है कि कोरोनावायरस के कारण हुए लॉकडाउन के दौरान देश की सीमाओं को पूरी तरह से सील कर दिया गया था। एफे न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, श्रीलंका में कोविड-19 के 1857 मामले दर्ज किए गए, जबकि सोमवार तक इससे होने वाली मौतों की संख्या 11 रही। संक्रमित लोगों में अधिकांश नेवी के कर्मचारी व विदेश से लौटे लोग शामिल रहे।
हाल के समय में देश में कोरोना के नए मामलों और मौतों में कमी आई है। इसके मद्देनजर प्रतिबंधों में ढील देना आवश्यक है। ऐसे में पर्यटन को फिर से शुरू करना सरकार के लिए एक शीर्ष एजेंडा है।
दिशानिर्देशों के अनुसार, आगंतुकों के लिए देश में आगमन से 72 घंटे के अंदर हुए कोविड-19 टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट अपने साथ लाना अनिवार्य होगा, आगमन के बाद हवाई अड्डे पर एक और टेस्ट किया जाएगा, फिर अगर कोविड-19 के लक्षण देखे जाते हैं तो पांच से सात दिनों के भीतर एक तीसरा टेस्ट किया जाएगा।
इसके अलावा अगर पर्यटक देश में 10 दिनों से अधिक अवधि तक रुकते हैं, तो उनका फिर से एक टेस्ट किया जाएगा।
इसके अलावा टूर पैकेजों की प्री-बुकिंग की अनिवार्य आवश्यकताओं में ऑन-अराइवल वीजा का निलंबन और पर्यटकों के लिए 100 डॉलर वीजा शुल्क शामिल है।
श्रीलंका टूरिज्म डेवलपमेंट अथॉरिटी (एसएलटीडीए) के एक शीर्ष अधिकारी ने एफे न्यूज को बताया कि 100 डॉलर की फीस का उद्देश्य बैकपैकर्स को हतोत्साहित करने के लिए है।
उन्होंने कहा, "दिशानिर्देश तैयार करते समय स्वास्थ्य मंत्रालय से सलाह ली गई थी जिसने कहा कि अधिक भुगतान करने वाले पर्यटक अधिक जिम्मेदार होंगे।"
पर्यटकों के लिए पांच दिनों का न्यूनतम प्रवास अनिवार्य कर दिया गया है और सभी आवास स्थानों को एसएलटीडी द्वारा पंजीकृत और सुरक्षित घोषित कराया जाना आवश्यक है।
अधिकारी ने एफे न्यूज को बताया कि सरकार शुरुआत में सिर्फ पांच और चार सितारा कैटेगरी के होटल और बुटीक विला और रिसॉर्ट के लिए सुरक्षित प्रमाणीकरण पत्र जारी करेगी।
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