बैंकॉक हवाई अड्डे पर रोकी गई सऊदी महिला, बोली- देश वापस भेजा तो कर दी जाएगी उसकी हत्या
परिजन की प्रताड़नाओं से तंग आ कर देश छोड़ कर भागने वाली सऊदी अरब की एक महिला ने सोशल मीडिया पर आपबीती साझा की...
सऊदी अरब की महिला ने सोशल मीडिया पर आपबीती साझा की (फाइल फोटो) |
बाल कटवाने के लिए छह महीने तक एक कमरे में कैद रखा गया, पुरुष रिश्तेदारों ने प्रताड़ित किया, जान से मारने की धमकी दी..।
यह कहानी है 18 वर्षीय रहाफ मोहम्मद अल क्यूनन की, जो अपने घर वालों से जान बचाकर कुवैत से शनिवार रात बैंकॉक के ‘सुवर्णभूमि हवाई अड्डे’ पहुंची। लेकिन बैंकॉक में सऊदी दूतावास के एक राजनयिक ने उसका पासपोर्ट जब्त कर लिया। अल क्यूनन का दावा है कि उसके पास ऑस्ट्रेलिया का वीजा है और ऐसा प्रतीत होता है कि उसकी वहां शरण लेने की योजना थी।
अल क्यूनन को हवाई अड्डे के एक कमरे में रखा गया, जहां से उसने सोशल मीडिया पर मदद की गुहार लगानी शुरू की। उसने अपनी पहचान के लिए सबूत भी ट्विटर पर साझा किए।
अल क्यूनन ने ‘ह्यूमन राइट्स वॉच’ को बताया कि वह अपने परिवार की प्रताड़नाओं से परेशान होकर भागी है, जिसमें पुरुष रिश्तेदारों का उसे मारना और पीटना शामिल है। वहीं बाल कटवाने के लिए उसे छह महीने तक एक कमरे में बंद भी कर दिया गया था।
उसने ट्विटर पर लिखा, ‘‘मैं अपने परिवार को 48 घंटे दे रही हूं ये सब बंद करें नहीं तो मैं वे सबूत उजागर कर दूंगी जो उन्हें दोषी साबित करेंगे।’’ उसने कहा ,‘‘यदि मुझे वापस भेजा गया तो वे मुझे कैद कर लेंगे।’’
उसने कहा कि वह डरी हुई है और उसकी उम्मीद खत्म हो गयी है। उसने ट्वीट किया कि उसे ‘कुवैत एयरवेज’ विमान से स्थानीय समयानुमार 11 बजकर 45 मिनट पर कुवैत भेजा जा सकता है।
दूसरी ओर, थाईलैंड के मुख्य आव्रजन अधिकारी सुरचाटे हाकपार्न ने कहा कि अल क्यूनन जब रविवार को कुवैत से यहां पहुंची तो उसे रोक लिया गया क्योंकि उसके पास वापसी का टिकट नहीं था।
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