प्रेम
मैं रिश्तों को कम करके आंकने की कोशिश नहीं कर रहा हूं, मगर उनकी सीमाओं को जानने में कोई बुराई नहीं है। घटना राजस्थान की है।
जग्गी वासुदेव |
एक राजा थे जिनकी युवा पत्नी उनसे बेहद प्रेम करती थी। मगर राजाओं की हमेशा ढेर सारी पत्नियां होती थीं। इसलिए जिस तरह रानी उनके ध्यान में पूरी तरह डूबी रहती थी, उसे यह काफी मूर्खतापूर्ण लगता था। वह उसे थोड़ा दूर करके बाकी रानियों के साथ समय बिताता था, लेकिन वह स्त्री उसके लिए पूर्ण रूप से समर्पित थी। राजा और रानी के पास बोलने वाली दो मैना थीं। मैना ऐसी चिड़िया होती है, जो ट्रेनिंग देने पर तोते से बेहतर बोल सकती है। एक दिन इनमें से एक चिड़िया मर गई तो दूसरी ने खाना-पीना छोड़ दिया और चुपचाप बैठी रही। राजा ने उसे खिलाने की हर संभव कोशिश की मगर सफल नहीं हुआ और वह चिड़िया दो दिन में मर गई। इस बात ने राजा को काफी प्रभावित किया। ‘यह क्या है? किसी भी जीव के लिए पहले अपने जीवन को महत्त्व देना स्वाभाविक है। मगर यह चिड़िया बैठी रही और मर गई।’ यह कहने पर उसकी पत्नी ने कहा, ‘जब कोई वास्तव में किसी से प्रेम करता है, तो दूसरे के साथ मर जाना उसके लिए स्वाभाविक है क्योंकि उसके बाद उसके लिए अपने जीवन का कोई अर्थ नहीं रह जाता।’
राजा ने मजाक में पूछा, ‘क्या तुम भी मुझसे इतना प्रेम करती हो?’ वह बोली, ‘हां, मेरे साथ भी ऐसा ही है।’ राजा यह सुनकर बहुत खुश हुआ। एक दिन राजा दोस्तों के साथ शिकार खेलने गया। उसके दिमाग में चिड़ियों के मरने और पत्नी की यह बात घूम रही थी कि उसके लिए भी यह सच है। वह इसे जांचकर देखना चाहता था। इसलिए उसने अपने कपड़े लेकर उस पर खून लगाकर एक सिपाही के हाथों महल भिजवा दिया। उसने घोषणा कर दी, ‘राजा पर एक बाघ ने हमला कर दिया और उन्हें मार डाला।’ रानी ने अपनी आंखों में आंसू लाए बिना बहुत गरिमा के साथ उनके कपड़े लिए, लकड़ियां इकट्ठी कीं, उनके ऊपर उन कपड़ों को रखा और फिर खुद उस पर लेटकर मर गई। लोगों को विश्वास नहीं हो रहा था। रानी बस चिता पर लेटी और मर गई। कुछ और करने को नहीं था क्योंकि वह मर चुकी थी, इसलिए उन्होंने उसका अंतिम संस्कार कर दिया। जब यह खबर राजा को मिली तो वह दुख में डूब गया। उसने सिर्फ एक सनक में आकर उसके साथ मजाक किया और वह वास्तव में मर गई। उसने आत्महत्या नहीं की, वह बस यूं ही मर गई।
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