तेलंगाना सरकार ने हैदराबाद से बेंगलुरु जा रही एक निजी बस के दुर्घटनाग्रस्त होने से हताहत हुए यात्रियों के परिवारों की मदद के लिए शुक्रवार को एक ‘हेल्पलाइन’ सेवा शुरू की।

|
यह बस पड़ोसी आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले में दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी।
सरकार ने एक रिलीज़ में बताया कि मदद के लिए उसके अधिकारियों एम. श्रीरामचंद्र (M 9912919545) और ई. चिट्टीबाबू (M 9440854433) से संपर्क किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी के निर्देश के बाद यह ‘हेल्पलाइन’ सेवा शुरू की गयी। रेड्डी ने सरकार के मुख्य सचिव के रामकृष्ण राव और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शिवधर रेड्डी से बात की थी।
मुख्यमंत्री ने आईएएस अधिकारी एस हरीश तथा कुरनूल जिले से सटे तेलंगाना के गडवाल जिले के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को भी दुर्घटनास्थल पर पहुंचने एवं राहत उपायों के बीच समन्वय करने का निर्देश दिया।
तेलंगाना सरकार की एक विज्ञप्ति के अनुसार, इस बस में 41 लोग सवार थे। इनमें से 20 के शव बरामद किये गये हैं।
इस बीच, तेलंगाना के परिवहन मंत्री पोन्नम प्रभाकर ने कहा कि वह आंध्र प्रदेश और कर्नाटक के अपने समकक्षों के साथ बैठक करेंगे ताकि ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के उपाय किए जा सकें, क्योंकि तेलंगाना और कर्नाटक के बीच चलने बड़ी संख्या में बसें आंध्र प्रदेश से गुजरती हैं।
प्रभाकर ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में निजी बस संचालकों को चेतावनी दी कि यदि उन्होंने वैधानिक नियमों का पालन करने में लापरवाही बरती तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
उन्होंने कहा कि मालिकों को नियमों का पालन करना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वाहन अधिक गति से न चलाये जाये (क्योंकि निजी बस बहुत तेज गति से चलती हैं)।
प्रभाकर ने बताया कि दुर्घटना की शिकार हुई बस ओडिशा में पंजीकृत थी और हैदराबाद तथा बेंगलुरु के बीच चलती थी।
केंद्रीय मंत्रियों जी किशन रेड्डी, बंडी संजय कुमार, तेलंगाना के उपमुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क, भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के अध्यक्ष के चंद्रशेखर राव और अन्य नेताओं ने इस दुर्घटना पर शोक व्यक्त किया।
| | |
 |