इस मंदिर को औरंगजेब भी नहीं कर पाया खंडित

PICS: जीण माता मंदिर को औरंगजेब भी नहीं कर पाया खंडित

हर्ष को इस तकरार के बारे में पता नहीं था. पानी लेकर जब दोनों घर आईं तो हर्ष ने पहले अपनी पत्नी का मटका उतार दिया. इससे जीण को बहुत ठेस पहुंची. अपने प्रति भाई का प्रेम कम समझकर वह घर से निकल पड़ी. जब हर्ष को समझ में आया तो वह बहन को मनाने के लिए उसके पीछे चल पड़ा. जीण ने घर से निकलने के बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा, और अरावली के एक शिखर पर जा पहुंची, इसे काजल शिखर कहा जाता है. हर्ष बहन को मनाने वहां भी पहुंच गया.

 
 
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