सिंगल क्लिक पर लीजिए पितृपक्ष मेले की जानकारी

गया का पितृपक्ष मेला हुआ हाईटेक, सिंगल क्लिक पर लीजिए जानकारी

प्रत्येक वर्ष अश्विन मास के कृष्ण पक्ष प्रतिपदा से अमावस्या तक के पंद्रह दिनों को पितृपक्ष कहा जाता है और यह पखवाड़ा सिर्फ पितरों अर्थात पूर्वजों के पूजन और तर्पण के लिए सुनिश्चित होता है. पितृपक्ष या महालय पक्ष में पिंडदान अहम कर्मकांड है. इस अवधि के दौरान लोग पिंडदान करते हैं. बिहार का गया पिंडदान के लिए सर्वोत्तम स्थल माना जाता है. प्रत्येक साल देश-विदेश से लाखों लोग पितरों की तृप्ति की कामना लिये गया आते हैं और पिंडदान करते हैं. वैसे तो गया में पूरे साल पिंडदान किया जाता है लेकिन पितृपक्ष के दौरान पिंडदान का विशेष महत्व होता है.

 
 
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