बॉलीवुड के 'बैड मैन' गुलशन ग्रोवर आज अपना 68वां जन्मदिन मना रहे हैं
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बॉलीवुड के 'बैड मैन' गुलशन ग्रोवर आज अपना 68वां जन्मदिन मना रहे हैं। नई दिल्ली में जन्मे गुलशन ग्रोवर ने अपने लंबे करियर में 400 से अधिक फिल्मों में काम किया
है, जिनमें से ज्यादातर में उन्होंने खतरनाक खलनायक की भूमिका निभाई है। इतना ही नहीं बॉलीवुड के 'बैड मैन' गुलशन ग्रोवर आज अपना 68वां जन्मदिन मना रहे हैं। नई दिल्ली में जन्मे गुलशन ग्रोवर ने अपने लंबे करियर में 400 से अधिक फिल्मों में काम किया है, जिनमें से ज्यादातर में उन्होंने खतरनाक खलनायक की भूमिका निभाई है। इतना ही नहीं, उन्होंने बॉलीवुड के साथ-साथ हॉलीवुड फिल्मों में भी अपने अभिनय का लोहा मनवाया है, जिनमें 'माई हॉलीवुड ब्राइड', 'प्रिजनर्स ऑफ द सन' और 'ब्लाइंड एम्बिशन' जैसी फिल्में शामिल हैं। गुलशन ग्रोवर ने न सिर्फ हॉलीवुड बल्कि जर्मन, ऑस्ट्रेलियन, ईरानी और ब्रिटिश जैसी कई अलग-अलग भाषाओं की फिल्मों में भी काम किया है और वहां भी उनके अभिनय को काफी सराहा गया है।
400 से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुके गुलशन ग्रोवर का बचपन काफी मुश्किलों भरा रहा। आज के सफल खलनायक अभिनेता ने अपने जीवन में बेहद गरीबी का सामना किया है। भारत और पाकिस्तान के बंटवारे के दौरान बिशंभर नाथ ग्रोवर और रामराखी ग्रोवर अपने बच्चों के साथ पाकिस्तान से भारत आये थे। उस समय गुलशन के परिवार को बहुत गरीबी और मुश्किल दिन गुजारने पड़े। कई बार तो ऐसी हालत हो गई कि भूखे पेट सोना पड़ा। लेकिन आज लोकप्रियता ऐसी है कि लोग एक झलक पाने के लिए बेताब रहते हैं।गुलशन ग्रोवर ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत 80 के दशक में की थी. उस वक्त वह लीड हीरो के दोस्त तो कभी भाई का किरदार निभाते थे। हालांकि इसके बाद उन्हें फिल्मों में विलेन के रोल के ऑफर मिलने लगे। उस दौर में प्रेम चोपड़ा, पंकज धीर, मुकेश ऋषि, आशुतोष राणा और रजा मुराद जैसे कई सितारे थे जिन्होंने फिल्मों में
मीडिया से बात करते हुए गुलशन ग्रोवर ने एक बार खुद बताया था कि वह सुबह स्कूल यूनिफॉर्म अपने बिस्तर पर रखकर घर से निकलते थे। वे बड़े घरों में बर्तन और कपड़े धोने का डिटर्जेंट पाउडर बेचते थे। इसे बेचकर जो पैसा मिलता था उससे स्कूल का खर्च चलता था। लेकिन गरीबी ने मुझे मजबूत बनाया. मेरे पिता ने मुझे हमेशा ईमानदारी और कड़ी मेहनत के रास्ते पर चलना सिखाया।दिल्ली से पढ़ाई करने के बाद जब गुलशन ग्रोवर मुंबई आये तो काफी समय तक कठिन परिस्थिति में यहीं रहे। जब गुलशन ने रोशन तनेजा के एक्टिंग स्कूल में दाखिला लिया। कोर्स के दौरान ही तय कर लिया था कि वह हीरो नहीं बल्कि विलेन बनेंगे। गुलशन ग्रोवर ने सैकड़ों फिल्मों में बेहतरीन अभिनय किया, लेकिन 'राम लखन' में उनके तकिया कलाम 'बैड मैन' को दर्शकों ने खूब पसंद किया। इस फिल्म के बाद उन्हें बैडमैन के नाम से बुलाया जाने लगा। अब वह बैडमैन बनाने के लिए क्लास भी ले रहे हैं।
गुलशन ग्रोवर ने अपनी बायोग्राफी 'बैड मैन' में इस बात का जिक्र किया है और कहा है कि 'अक्षय को इंडस्ट्री में खिलाड़ी कहा जाता है। उन्होंने मुझसे कहा था कि उन्हें अपना नाम एक खिलाड़ी के तौर पर रजिस्टर कराना चाहिए।' मुझे 'बैड मैन' नाम का कॉपीराइट भी करवाना चाहिए। इसीलिए मैंने अपनी जीवनी का नाम 'बैड मैन' रखा। उन्होंने आगे कहा कि 'लगातार फिल्मों में विलेन का किरदार निभाने के बाद उन्हें बुरा आदमी कहा जाने लगा, जिसके बाद वह इसी नाम से प्रसिद्ध हो गए।
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