मुनाफा बना रहा तो कम हो सकते हैं पेट्रोल-डीजल के दाम
पेट्रोल और डीजल उपभोक्ताओं के लिए अगले कुछ सप्ताह में कीमत कम होने की अच्छी खबर मिल सकती है, बशर्ते तेल वितरण कंपनियों का मुनाफा बेहतर बना रहे।
मुनाफा बना रहा तो कम हो सकते हैं पेट्रोल-डीजल के दाम |
चालू वित्तीय वर्ष की तीसरी तिमाही तक तेल वितरण कंपनियों को पेट्रोल और डीजल पर बेहतर मुनाफा मिल रहा था। लेकिन इस दरम्यान डीजल पर तीन रु पए प्रति लीटर नुकसान होने लगा। इस कारण उनके मुनाफे में कमी आई है।
फिर भी तीन तिमाही और चौथे तिमाही के नफा-नुकसान के आधार पर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी का अनुमान लगाया जा सकता है। पेट्रोलियम मंत्री का कहना है कि जो भी करना होगा तेल विपणन कंपनियों के फैसले पर निर्भर करेगा।
दरअसल बीते कुछ महीनों के दौरान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमत तेल विपणन कंपनियों को परेशान नहीं कर रही थी, बल्कि डीजल और पेट्रोल पर कुछ हद तक उन्हें नफा ही दे रही थीं। लिहाजा तीन तिमाही तक उन्हें 69 हजार करोड़ रुपये का लाभ मिला।
देश के 90 प्रतिशत से अधिक तेल और गैस की आपूर्ति करने वाली इंडियन ऑयल कारपोरेशन, भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कारपोरेशन की कमाई अप्रैल-दिसम्बर 2023-24 की अवधि में करीब 40 हजार करोड़ थी। गत वर्ष की तुलना में चालू वित्तीय वर्ष की तीन तिमाही में काफी अधिक रही है। इस वजह से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में उपभोक्ताओं की ओर से कमी की उम्मीद किया जाना लाजिमी हैं।
हांलाकि, बीते कुछ दिनों में तेल विपणन कंपनियों को डीजल पर तीन रुपये प्रति लीटर का नुकसान हो रहा है। इससे पहले पेट्रोल पर 11 प्रति लीटर और डीजल पर छह रुपये लीटर का मुनाफा मिल रहा था। तेल विपणन कंपनियों को प्रति सिलेंडर गैस पर करीब 100 रुपये का नुकसान हो रहा है। इसकी भरपाई तेल विपणन कंपनियां कर रही हैं। इसके बावजूद इन कंपनियों का कहना है कि कई चुनौतियों के बावजूद करीब दो वर्ष तक पेट्रोल-डीजल पर दाम नहीं बढ़ने दिया गया।
इस बारे में बीते सप्ताह गोवा में पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि मैं समझता हूं कि उपभोक्ताओं के लिए मोदी सरकार ने सबसे ज्यादा किया है। उपभोक्ताओं को पेट्रोल-डीजल की अफॉर्डेबिलिटी में कोई दिक्कत न हो, इसलिए दो वर्ष से अभी तक कीमत कम है।
तेल विपणन कंपनियां कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमत का विश्लेषण कर रही हैं। पेट्रोल डीजल को लेकर के अभी हालात बेहतर हैं। कंपनियां इस पर फैसला ले सकती हैं, लेकिन पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर फैसला कंपनियों पर ही निर्भर करेगा।
| Tweet |