G20 TIMM : रूस ने G20 दस्तावेज़ में यूक्रेन संघर्ष के उल्‍लेख को किया खारिज, चीन ने भी जताई आपत्ति

Last Updated 26 Aug 2023 06:26:10 AM IST

रूस ने शुक्रवार को अध्यक्ष के सारांश और परिणाम दस्तावेज में यूक्रेन संघर्ष को शामिल करने को खारिज कर दिया, जिसे जयपुर में जी20 व्यापार और निवेश मंत्रिस्तरीय बैठक (G20 Trade and Investment Ministerial Meeting) (TIMM) के समापन पर जारी किया गया था।


रूस

यह बैठक भू-राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा के लिए "सही मंच" नहीं : चीन

इस बीच, चीन ने कहा कि यह बैठक भू-राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा के लिए "सही मंच" नहीं है और वह परिणाम दस्तावेज़ में सामग्री को शामिल करने का समर्थन नहीं करता है।

रूस ने उस पैराग्राफ को शामिल करने का विरोध किया जिसमें यूक्रेन संघर्ष और जी20 देशों द्वारा बातचीत के माध्यम से संकट को शांतिपूर्ण अंत का आह्वान करने का उल्लेख था। यह कहते हुए कि "यह जी20 जनादेश के अनुरूप नहीं है"। हालाँकि यह शेष परिणाम दस्तावेज़ से सहमत था।

चीन ने अपनी ओर से कहा कि जी20 बैठक भू-राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा करने के लिए "सही मंच" नहीं थी और वह भू-राजनीतिक-संबंधित सामग्री को शामिल करने का समर्थन नहीं करता है।

यूक्रेन युद्ध से वैश्विक अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव

आउटकम दस्तावेज़ (Outcome Document) में कहा गया है: "इस साल, हमने यूक्रेन में युद्ध भी देखा है, जिसने वैश्विक अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है। इस मुद्दे पर चर्चा हुई। हमने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद और संयुक्त राष्ट्र महासभा सहित अन्य मंचों पर व्यक्त की गई अपनी राष्ट्रीय स्थिति को दोहराया।"

इसमें आगे कहा गया है कि फोरम "यूक्रेन के खिलाफ रूसी संघ की आक्रामकता की कड़े शब्दों में निंदा करता है, और यूक्रेन के क्षेत्र से इसकी पूर्ण और बिना शर्त वापसी की मांग करता है। अधिकांश सदस्यों ने यूक्रेन में युद्ध की कड़ी निंदा की और इस बात पर जोर दिया कि इससे भारी मानवीय क्षति हो रही है। यह विकास को बाधित करके, मुद्रास्फीति बढ़ाकर, आपूर्ति श्रृंखलाओं को बाधित कर, ऊर्जा और खाद्य असुरक्षा संकट को बढ़ाकर और वित्तीय स्थिरता के जोखिमों को बढ़ाकर वैश्विक अर्थव्यवस्था में मौजूदा कमजोरियों को बढ़ा रहा है।"

आउटकम दस्तावेज में कहा गया है, "अंतर्राष्ट्रीय कानून और शांति तथा स्थिरता की रक्षा करने वाली बहुपक्षीय प्रणाली को बनाए रखना आवश्यक है। इसमें संयुक्त राष्ट्र के चार्टर में निहित सभी उद्देश्यों और सिद्धांतों का बचाव करना और सशस्त्र संघर्षों में नागरिकों और बुनियादी ढांचे की सुरक्षा सहित अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून का पालन करना शामिल है। परमाणु हथियारों का उपयोग या उपयोग की धमकी अस्वीकार्य है। संघर्षों का शांतिपूर्ण समाधान, संकटों को दूर करने के प्रयास के साथ कूटनीति और संवाद महत्वपूर्ण हैं। आज का युग युद्ध का नहीं होना चाहिए।"

आईएएनएस
नई दिल्ली


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