जालसाज साइबर क्राइम के लिए ग्रामीणों के नाम से खोले गए फर्जी अकाउंट का इस्तेमाल कर रहे

Last Updated 01 Dec 2022 08:39:34 AM IST

बैंक खाताधारकों को अनजान लोगों के साथ अपनी पर्सनल डिटेल साझा करते समय ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। क्योंकि, जालसाज लोग वभिन्न सरकारी योजनाओं के तहत पैसे मिलेंगे का लालच देकर ग्रामीणों और आदिवासियों के नाम पर फर्जी अकाउंट खोलते हैं।


जालसाज साइबर क्राइम के लिए ग्रामीणों के नाम से खोले गए फर्जी अकाउंट का इस्तेमाल कर रहे

खुलासा हुआ है कि इन अकाउंट का उपयोग वास्तविक अकाउंट होल्डर्स की जानकारी से परे विभिन्न साइबर अपराधों में अवैध धन के लेनदेन के लिए किया जाता है।

इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (IPPB) ने ग्राहकों को बैंक खाता खोलने के लिए किसी तीसरे व्यक्ति के मोबाइल नंबर का उपयोग नहीं करने की सलाह दी है। इसके अलावा कहा है कि लेन-देन की वास्तविकता को जाने बिना न तो कोई पैसा रिसीव करें और न ही भेजें।

ग्राहकों को यह भी सलाह दी गई है कि वे अपने आईपीपीबी अकाउंट की डिटेल को नौकरी की पेशकश करने वाले लोगों या सोशल मीडिया के जरिए आसानी से पैसे कमाने के अवसर प्रदान करने वाले लोगों के साथ साझा न करें। ग्राहकों को लेन-देन करने या पैसा भेजने से पहले कंपनी और व्यक्ति को सत्यापित करना चाहिए।

अधिकारियों के मुताबिक, आईपीपीबी अकाउंट खोलने के बाद ग्राहक पहचान डेटा को समय-समय पर अपडेट करता है और ऐसे धोखेबाजों के दुरुपयोग से बचाने के लिए उनके लेनदेन की निगरानी भी करता है।



गौरतलब है कि इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक को 1 सितंबर 2018 को प्रधान मंत्री द्वारा लॉन्च किया गया था। बैंक को भारत में आम आदमी के लिए सबसे सुलभ, किफायती और भरोसेमंद बैंक बनाने की ²ष्टि से इसे स्थापित किया गया।

आईएएनएस
नई दिल्ली


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