ऑनलाइन बिक रहे थे 160 नकली खादी उत्पाद

Last Updated 20 Sep 2020 04:49:30 AM IST

एमेजॉन, फ्लिपकार्ट, स्नैपडील जैसे अन्य ई-कॉमर्स पोर्टल्स पर ‘खादी’ ब्रांड नाम के तहत 160 नकली खादी उत्पाद बिक रहे थे।


ऑनलाइन बिक रहे थे 160 नकली खादी उत्पाद

खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) ने सख्त कार्रवाई करते हुए ई-कामर्स वेबसाइटों पर बिक रहे सभी नकली खादी उत्पादों के वेब लिंक को हटवा दिया है। केवीआईसी ने एक हजार से अधिक उन कंपनियों को कानूनी नोटिस भेजा था जो अपने उत्पादों को बेचने के लिए ‘खादी इंडिया‘ ब्रांड नाम का उपयोग कर रही हैं।

केंद्रीय खादी व ग्रामोद्योग आयोग के अनुसार एक हजार से अधिक कंपनियां खादी इंडिया ब्रांड के नाम का उपयोग कर नकली खादी उत्पाद बेच रही थीं और खादी की प्रतिष्ठा को धूमिल कर रही थीं। इस तरह से यह कंपनियां खादी कारीगरों को काम का नुकसान पहुंचा रही थीं। केवीआईसी ने सभी ई-कामर्स वेबसाइटों पर प्रदर्शित नकली खादी उत्पादों के आधार पर कंपनियों को नोटिस भेजा, उस नोटिस के बाद ई-कॉमर्स कंपनियों ने 160 नकली खादी उत्पादों के लिंक को अपनी वेबसाइट से हटा दिया है। केवीआईसी के कानूनी नोटिस के बाद खादी ग्लोबल ने भी अपनी वेबसाइट से उन्हें बाहर कर दिया है और ट्विटर, फेसबुक एवं इंस्टाग्राम पर अपने सोशल मीडिया पेजों को भी हटा दिया है। साथ ही उसने ऐसी सभी सामग्री और उत्पाद को हटाने के लिए 10 दिन का समय मांगा है जो ‘खादी’ ब्रांड नाम का उपयोग कर रहे थे। केवीआईसी की इस कार्रवाई से देश भर में ऐसे कई स्टोर बंद हो गए हैं जो नकली खादी उत्पादों को बेच रहे थे।

ये ई-कॉमर्स पोर्टल खादी मास्क, हर्बल साबुन, शैंपू, सौंदर्य प्रसाधन, हर्बल मेहंदी, जैकेट, कुर्ता और ‘खादी’ ब्रांड नाम का इस्तेमाल करने वाले विभिन्न विक्रेताओं के ऐसे तमाम उत्पादों की बिक्री कर रहे थे। इससे ऑनलाइन खरीदारों के बीच गलत धारणा बनाई जा रही थी कि ये वस्तुएं असली ‘खादी’ उत्पाद थे। केवीआईसी के अनुसार हटाए गए अधिकतर उत्पादों की बिक्री एक आयुष ई-ट्रेडर्स द्वारा की जा रही थी। इस फर्म ने केवीआईसी को पुष्टि की है कि उसने विभिन्न उत्पादों के लिए 140 लिंक हटा दिए हैं जिन्हें ‘वागड़ के खादी उत्पाद’ के तौर पर बेचा जा रहा है। आयोग के अनुसार खादी उत्पादों को खरीदने के लिए प्रधानमंत्री द्वारा की गई अपील के बाद हाल के वर्षो में खादी की लोकप्रियता में कई गुना वृद्धि हुई है और ऐसे में खादी ट्रेडमार्क के उल्लंघन के मामले भी बढ़े हैं। इस अवसर का फायदा उठाने के लिए कई ऑनलाइन विक्रेताओं ने खादी के नाम पर विभिन्न उत्पादों की बिक्री शुरू कर दी। इसके अलावा विभिन्न शहरों में ऐसे सैकड़ों स्टोर खुल गए जो नकली खादी उत्पादों की बिक्री कर रहे थे। हाल के महीनों में खासकर कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान इस तरह के फर्जी ऑनलाइन विक्रेताओं में काफी तेजी आई थी।   
केवीआईसी के चेयरमैन विनय कुमार सक्सेना ने कहा कि केवीआईसी ने फर्जी खादी उत्पादों की बिक्री करने वालों से कहा है कि वे खादी के नाम पर उत्पादों को बेचना बंद करें अथवा भारी क्षतिपूर्ति के लिए उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की जाएगी। सक्सेना ने कहा, खादी कारीगरों के हितों की रक्षा के लिए आवश्यक तौर पर विभिन्न फर्मों को कानूनी नोटिस जारी किए गए हैं। इस ट्रेडमार्क के उल्लंघन का सीधा असर हमारे कारीगरों की आजीविका पर पड़ता है जो असली दस्तकारी के साथ खादी उत्पाद बना रहे हैं।

सहारा न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली


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