13 साल बाद मूडीज ने भारत की रेटिंग में किया सुधार, बीएए3 से बढ़ाकर किया बीएए2
आर्थिक मोर्चे पर विरोधियों के निशाने पर आयी मोदी सरकार के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक बार फिर अच्छी खबर है. रेटिंग एजेंसी मूडीज ने 13 साल बाद भारत की रेटिंग में सुधार कर दिया है
फाइल फोटो |
विश्व की साख निर्धारण करने वाली संस्था मूडीज ने भारत की रेटिंग में एक पायदान का सुधार कर बी,ए,ए,3 को सुधार कर बी,ए,ए,2 कर दिया है.
मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविन्द सुब्रमण्यम ने कहा कि मूडीज की रेटिंग में सुधार स्वागत योग्य कदम, काफी समय से लंबित था. उन्होंने कहा कि घरेलू मोर्चे, रोजगार सृजन और निवेश पर सरकार को जो करना है, वह करेगी.
Moody’s India rating upgrade. 1. Welcome. 2. Long overdue as our analysis here showed: https://t.co/afVkVKgcHZ. 3. Recognition of reforms: GST, bank recap plan, Bankruptcy code & macro-stability. 4. Govt. focus on domestic objectives.
— arvind subramanian (@arvindsubraman) November 17, 2017
मूडीज ने 13 वर्षों के बाद भारत की साख में सुधार किया है. वर्ष 2015 में उसने भारत की साख को स्थिर से बढ़ा कर सकारात्मक कर दिया था. मूडीज ने एक बयान में कहा है कि जुलाई में लागू किए गये वस्तु एवं सेवा कर(जीएसटी) कानून से पूरा भारत कर के समान दायरे में आ गया है जिससे उत्पादकता बढ़ने के साथ ही अंतरराज्यीय व्यापार की बाधाएं समाप्त होंगी.
मूडीज का मानना है कि भारत पर कर्ज में तेज वृद्धि पर भी रोक लगने की उम्मीद है और इसमें कुछ कमी आ सकती है.
मूडीज ने चालू वित्त वर्ष में भारत की सकल घरेलू वृद्धि दर(जीडीपी) 6.7 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाते हुए कहा है कि मोदी सरकार के कईं सुधार अभी भी शुरूआती चरण में है. उसका मानना है इन सुधारों के अमल में आने पर कारोबारी माहौल में सुधार होने के साथ ही उत्पादकता बढ़ने और निवेश में तेजी आने से वृद्धि दर में सुधार हो सकता है.
वर्ष 2004 के बाद मूडीज ने भारत की रेटिंग में सुधार किया है. मूडीज का कहना है कि नरेंद्र मोदी सरकार आर्थिक सुधारों को गति दे रही है जिससे कर्ज के बढ़ते स्तर को स्थिरता मिलेगी.
एजेंसी ने कहा है कि दीर्घकाल में भारत की विकास की संभावनाएं बीएए रेटिंग वाले अन्य देशों की तुलना में अधिक है.
मूडीज का कहना है कि जीएसटी लागू करने से उत्पन्न चुनौतियां, निजी निवेश में सुस्ती और बैंकिंग क्षेत्र में सुधार की धीमी प्रक्रिया तथा भूमि एवं श्रम सुधार जैसे कई प्रमुख मुद्दे हैं जिनका समाधान किया जाना है.
उसने कहा है कि बैंकों के पुन: पूंजीकरण की योजना और जोखिम में फंसे ऋण से निपटने के लिए किए गए उपायों से भारत की रेटिंग प्रोफाइल में सुधार हुआ है.
मूडीज की रेटिंग सुधरने से भारत निवेश के पसंदीदा देशों के सबसे निचले स्तर से एक पायदान ऊपर हो गया है.
गौरतलब है कि विश्व बैंक ने अपनी हालिया रिपोर्ट में भारत में आसानी से कारोबार के मामले में 30 पायदान का सुधार कर इसे 100 किया था.
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