बंगाल में शाह की हुंकार
पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव हैं। भारतीय जनता पार्टी ने युद्ध स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कोलकाता से सीधे ममता बनर्जी को निशाने पर लेकर जबरदस्त अभियान की रूपरेखा खींच दी है।
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इससे संकेत मिलता है कि चुनाव तक आरोपों की धार पिछले चुनाव से भी तीखी हो जाने वाली है। ममता पर राज्य को घुसपैठ, भ्रष्टाचार, स्त्रियों और हिन्दुओं पर अत्याचार और दुराचार का केंद्र बना देने का आरोप लगाकर गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को विजय संकल्प कार्यकर्ता सम्मेलन में कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाया।
उन्होंने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर राज्य में भ्रष्टाचार, ¨हसा और घुसपैठ को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। उनके अनुसार दशकों तक हर क्षेत्र में देश का नेतृत्व करने वाले बंगाल में ममता दीदी ने आकर इस भूमि को घुसपैठ, भ्रष्टाचार, अपराध और हिन्दुओं पर अत्याचार का केंद्र बना दिया।
शाह ने कार्यकर्ताओं को जोश दिलाते हुए याद दिलाया कि यह वंदे मातरम के रचयिता बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय की भूमि है। ज्ञान, धर्म, स्वतंत्रता संग्राम समेत हर क्षेत्र में देश का नेतृत्व करने वाले बंगाल में ‘मां, माटी, मानुष’ का नारा देकर सत्ता में आने वाली ममता बनर्जी ने बंग भूमि को अपराध, बम धमाकों और हिन्दुओं पर अत्याचार का केंद्र बनाकर रख दिया है। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान और तृणमूल कांग्रेस के चुनाव जीतने के बाद भाजपा के अनेक कार्यकर्ताओं की हत्या की गई। बंगाल में ¨हसा आज भी जारी है। दीदी आपका समय पूरा हो गया है और 2026 में पश्चिम बंगाल में भाजपा की सरकार बनने जा रही है।
हिम्मत हो तो बिना ¨हसा के चुनाव कराकर देखिए, आपकी जमानत जब्त हो जाएगी। उन्होंने ममता बनर्जी पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का विरोध कर महिलाओं की भावनाओं से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया और राज्य की महिलाओं से चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को सिंदूर की कीमत समझा देने की अपील की। गृहमंत्री का संबोधन पूरी तरह चुनावी था। छन्होंने हर उस बिंदु को छुआ को मतदाता को रास आता है। उनके संबोधन से चुनावी लड़ाई के तीखेपन का संकेत मिलता है।
हालांकि वह जानते हैं मुकाबला कितना कड़ा है। राज्य में पिछले चुनावों का भाजपा का अनुभव सुखद नहीं रहा है। 2011 से मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठी ममता भाजपा के आरोपों की काट करने के लिए क्या रणनीति अपनाएंगी यह तो वक्त ही बताएगा, लेकिन इस बार उनकी भी राह में कांटे जरूर बिछे हैं।
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