पहलवानों की शाह से बात
सांसद एवं भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह (Brijbhushan Sharan Singh) की गिरफ्तारी पर अड़े पहलवानों और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amir Shah) के बीच नई दिल्ली (New Delhi) में हुई मुलाकात के बाद भी लगता नहीं है कि इस मामले में काफी समय से बना गतिरोध जल्द टूटेगा।
![]() पहलवानों की शाह से बात |
मुलाकात में गृह मंत्री ने इस मुद्दे पर हो रही राजनीति पर निराशा जताई और कहा कि इसे रोका जाना चाहिए। पहलवानों को आस्त किया कि सरकार उनके साथ है, और उनके हितों की अनदेखी नहीं होने देगी। सरकार ने इस मुद्दे के सर्वसम्मत हल के लिए कुछ समय मांगा। इस पर पहलवानों ने सहमति जताते हुए कहा कि वे किसी राजनीतिक दल से नहीं जुड़े हैं। निष्पक्ष कार्रवाई चाहते हैं।
पहलवानों ने गृह मंत्री के सामने दो मांगें प्रमुखता से उठाई। पहली, बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी हो और जल्द से जल्द उनके खिलाफ आरोपपत्र दायर किया जाए; और दूसरी मांग रखी कि बृजभूषण शरण सिंह, बल्कि उनके परिवार का भी कोई सदस्य कुश्ती महासंघ में शामिल नहीं हो और महासंघ के अध्यक्ष के रूप में बृजभूषण शरण सिंह के कार्यकाल की जांच हो। गृह मंत्री ने गिरफ्तारी की मांग पर कहा कि कोई भी कार्रवाई कानूनी प्रक्रिया के तहत होगी। पहलवान जल्दबाजी में कोई फैसला न लें।
बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक बैठक में मौजूद थे। गृह मंत्री के साथ मुलाकात के बाद बजरंग पुनिया सोनीपत के मुंडलाना में हो रही खाप पंचायत में पहुंचे और आह्वान किया कि अभी कोई फैसला नहीं किया जाए। पंचायत में खाप प्रतिनिधि और किसान बड़ी संख्या में पहुंचे थे। पंचायत की अध्यक्षता कर रहे भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी के कहा कि वे गांवों में भाजपाइयों को घुसने से रोकने का फैसला लेने वाले थे लेकिन बजरंग के आह्वान पर फिलवक्त इसे टाल दिया है।
बेशक, कुछ लोगों को यह मामला ठंडे बस्ते में जाता दिखलाई पड़ रहा है, लेकिन संवाद का जो सिलसिला शुरू हुआ है, उससे यकीनन इस मामले में काफी समय से बना हुआ गतिरोध टूटेगा। पहलवानों द्वारा हठधर्मिता अपनाने जैसी आशंका भी नहीं रही। पहलवानों के नरम रुख से लग रहा है कि मुद्दा जल्द से जल्द सुलझा लिया जाएगा। इतना पक्का है कि दायर की जाने वाली चार्जशीट ही तय करेगी कि पहलवानों का आंदोलन आगे क्या रूप लेता है। खासकर इसलिए कि कई नामी वकील आशंका जतला रहे हैं कि मामले को कमजोर करने की कोशिश हो रही है।
Tweet![]() |