अपराधी या आतंकवादी
दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा द्वारा तीन संदिग्ध अंडर्वर्ल्ड अपराधियों की गिरफ्तारी ने एक नई सनसनी पैदा की है।
अपराधी या आतंकवादी |
गिरफ्तार अपराधियों में एक वली मोहम्मद सैफी अफगानिस्तानी नागरिक है, दूसरा शेख रियाजुद्दीन उर्फ राजा उर्फ आलमी दिल्ली के मदनगीर का निवासी है, जबकि तीसरा मुहतासिम सीएम है, जो केरल निवासी है। अगर पुलिस की मानें तो इनकी योजना भारत के कुछ महत्त्वपूर्ण लोगों की हत्या करनी थी। इन्हें आतंकवादी कहें या अपराधी इसका फैसला करना जरा कठिन है। अगर पुलिस का दावा सही है तो इसे एक बड़ी सफलता मानना चाहिए। अगर इनकी सूचना पर विश्वास करें तो ये तीनों पाकिस्तान के डॉन रसूल खान की योजना पर काम कर रहे थे।
यह वही रसूल खान है जिसका नाम 2003 में गुजरात के पूर्व गृहमंत्री हरेन पांड्या की हत्या में सामने आया था। इसका मतलब हुआ कि रसूल खान तब से अभी तक भारत केंद्रित अपराधों में लगा हुआ है। पुलिस ने उन नामों का खुलासा नहीं किया है, जो इनके निशाने पर थे। किंतु अगर राजधानी से दो तथा दक्षिण के केरल से एक गिरफ्तार होता है तो इसका पहला निष्कर्ष यही है कि इनका जाल देश में है और सूत्र तथा संपर्क विदेश से जुड़ा है। मुहतासिम सीएम और वली मोहम्मद सैफी की दुबई में मुलाकात हुई थी। दोनों की वहां दोस्ती हो गई और वे साथ मिलकर इतने बड़े अपराध की साजिश में साथ काम करने को तैयार हो गए। कहानी इतनी सरल और सीधी नहीं हो सकती।
अगर इनने बड़े लोगों की हत्या का निश्चय किया तो उसके पीछे कुछ उद्देश्य होगा। क्या हो सकते हैं वे उद्देश्य? वली मोहम्मद सैफी का दुबई में कारोबार था। वह कारोबार छोड़कर भारत में हत्याएं करने के लिए आ गया तो इसके पीछे कोई बड़ी प्रेरणा भी होगी। इन सबका संपर्क रसूल खान से कैसे हुआ और कहां इन्हें हत्या करने के लिए तैयार किया गया? रसूल खान के पीछे भी पाकिस्तान में कोई हाथ होगा। वह वहां का सत्ता प्रतिष्ठान भी हो सकता है और गैर राज्यीय शक्तियां भी। पाकिस्तान के अंदर आतंकवाद और अपराध में दोनों की समानांतर सत्ता है। ये ऐसी बातें हैं, जो पूरी छानबीन की मांग करती है, जिनसे सारा सच सामने आ सके। उम्मीद है कि दिल्ली पुलिस गहन छानबीन के बाद पूरा सच लेकर सामने आएगी।
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