इंदौर टेस्ट : भारत ने न्यूजीलैंड को 321 रन से हराया, अश्विन की शानदार गेंदबाजी

Last Updated 11 Oct 2016 09:48:29 AM IST

भारत ने तीसरे और अंतिम टेस्ट क्रिकेट मैच में मंगलवार को इंदौर में न्यूजीलैंड को 321 रन से हराकर तीन मैचों की सीरीज में 3-0 से क्लीन स्वीप किया.


मैच जीतने के बाद कप्तान विराट कोहली और आर अश्विन खुशी जाहिर करते हुए.

बेहतरीन फार्म में चल रहे चेतेश्वर पुजारा के शतक के बाद रविचंद्रन अश्विन की पारी और मैच में करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी से भारत ने न्यूजीलैंड को तीसरे और अंतिम टेस्ट में चौथे दिन ही 321 रन से हराकर सीरीज में 3-0 से क्लीनस्वीप करते हुए विजयदशमी के मौके पर देशवासियों को शानदार तोहफा दिया.

भारत ने पहली पारी में 258 रन की बढ़त हासिल करने के बाद पुजारा (नाबाद 101) और सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर (50) की पारियों की बदौलत दूसरी पारी तीन विकेट पर 216 रन बनाकर घोषित करके न्यूजीलैंड को 475 रन का लक्ष्य दिया. पुजारा ने 148 गेंद का सामना करते हुए नौ चौके जड़े. न्यूजीलैंड की टीम इसके जवाब में अश्विन (59 रन देकर सात विकेट) और रविंद्र जडेजा (45 रन पर दो विकेट) की फिरकी के जादू के सामने 44.5 ओवर ही टिक सकी जिससे भारत ने रनों के लिहाज से अपनी दूसरी सबसे बड़ी जीत दर्ज की. भारत इसके साथ ही पाकिस्तान (111 अंक) को पीछे छोड़कर 115 अंक के साथ आधिकारिक रूप से आईसीसी टेस्ट टीम रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंच गया. पाकिस्तान ने अगस्त में भारत को ही पीछे छोड़कर नंबर एक रैंकिंग हासिल की थी.

न्यूजीलैंड की टीम से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी लेकिन अश्विन की बलखाती गेंदों के सामने टीम ने अंतिम सत्र में 35.5 ओवर में 115 रन जोड़कर नौ विकेट गंवा दिए. टीम की ओर से रोस टेलर ने सर्वाधिक 32 रन बनाए जबकि मार्टिन गुप्टिल ने 29 और कप्तान केन विलियमसन ने 27 रन की पारी खेली.

भारत ने तीन या इससे अधिक टेस्ट मैचों की श्रृंखला में चौथी बार क्लीनस्वीप किया है. इससे पहले टीम इंडिया ने 1992-93 में इंग्लैंड को 3-0, 1993-94 में श्रीलंका को भी 3-0 और 2012-13 में ऑस्ट्रेलिया को 4-0 से हराया था. भारत की रनों से लिहाज से सबसे बड़ी जीत 337 रन की है जो उसने पिछले साल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दिल्ली में हासिल की थी.

अश्विन ने पहली पारी में 81 रन देकर छह विकेट चटकाए थे. उन्होंने मैच में 140 रन देकर 13 विकेट हासिल किए जो उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. वह किसी टेस्ट श्रृंखला में एक से अधिक बार मैच में 10 विकेट चटकाने वाले हरभजन सिंह के बाद सिर्फ दूसरे भारतीय गेंदबाज है. हरभजन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2000-2001 श्रृंखला में यह उपलब्धि हासिल की थी. अश्विन ने कानपुर में पहले टेस्ट में भी 10 विकेट हासिल किए थे. अश्विन ने श्रृंखला में कुल 27 विकेट लिये.
चौथे पारी में सबसे बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत दर्ज करने के इरादे से उतरी न्यूजीलैंड की टीम ने दूसरे ओवर में ही टाम लैथम (06) का विकेट गंवा दिया जिन्हें उमेश यादव ने बोल्ड किया.



विलियमसन ने कुछ अच्छे शाट खेले. उन्होंने अश्विन पर लगातार दो चौके भी जड़े लेकिन इस आफ स्पिनर ने उन्हें पगबाधा आउट करके श्रृंखला में चौथी बार उनका विकेट अपने नाम किया. टेलर ने आते ही अश्विन को निशाना बनाया और उनकी लगातार गेंदों पर दो चौके और एक छक्का मारा लेकिन इसी आफ स्पिनर की गेंद को चूककर बोल्ड हो गए. उन्होंने 25 गेंद में पांच चौके और एक छक्का मारा.

अश्विन ने इसके बाद ल्यूक रोंची (15) को बोल्ड किया जबकि जडेजा ने लगातार ओवरों में जेम्स नीशाम (00) और गुप्टिल को पवेलियन भेजकर न्यूजीलैंड का स्कोर छह विकेट पर 112 रन किया. मिशेल सेंटनर (14) के खिलाफ मोहम्मद शमी की पगबाधा की दो विश्वसनीय अपील अंपायर ब्रूस आक्सेनफोर्ड ने ठुकराई जिसके बाद यह बल्लेबाज अश्विन की गेंद को विकेटों पर खेल गया जिससे इस आफ स्पिनर ने छठी बार मैच में 10 विकेट हासिल किए.

अश्विन ने जीतन पटेल (00) को बोल्ड करके पारी में 21वीं बार पांच विकेट चटकाए. मैट हेनरी (00) भी इसके बाद अश्विन की गेंद को मिड आफ पर शमी के हाथों में खेल गए. बीजे वाटलिंग (नाबाद 23) और ट्रेंट बोल्ट (04) ने भारत के जीत के इंतजार को 10 ओवर से भी अधिक समय तक बढ़ाया लेकिन अश्विन ने बोल्ट को अपनी ही गेंद पर लपककर जीत सुनश्चित कर दी.

इससे पहले पुजारा ने नीशाम पर अपने नौवें चौके के साथ जैसे ही अपना आठवां शतक पूरा किया भारत ने पारी घोषित कर दी. गंभीर ने भी 50 रन बनाए जो 2012 में इंग्लैंड के खिलाफ कोलकाता टेस्ट में अर्धशतक के बाद उनका पहला पचासा है. उन्होंने पुजारा के साथ दूसरे विकेट के लिए 75 रन भी जोड़े.

पहली पारी में करियर की सर्वश्रेष्ठ 211 रन की पारी खेलने वाले कप्तान विराट कोहली 17 रन बनाकर आउट हुए. पहले पारी के एक अन्य शतकवीर अजिंक्य रहाणे 23 रन बनाकर नाबाद रहे. जीतन पटेल ने 56 रन देकर दो विकेट चटकाए. भारत ने दिन की शुरूआत बिना विकेट खोए 18 रन से की. उम्मीद की जा रही थी कि भारत सुबह तेज रन बनाकर जल्द पारी घोषित करने की कोशिश करेगा लेकिन मुरली विजय (19) और पुजारा ने सतर्क शुरूआत की.

विजय ने तेज गेंदबाज मैट हेनरी पर फ्लिक से छक्का जड़ने की कोशिश की. बाउंड्री पर खड़े नीशाम ने कैच लपकने का प्रयास किया लेकिन जब बाउंड्री से बाहर जाने लगे तो गेंद को मैदान पर वापस गिरा दिया. विजय हालांकि पुजारा के साथ गलतफहमी का शिकार होकर रन आउट हो गए. पुजारा पहले तो तेज रन लेने के लिए राजी हुए लेकिन बाद में उन्होंने विजय को लौटा दिया.

भारत ने पहले घंटे में 14 ओवर में सिर्फ 30 रन जोड़े. कल रन लेते हुए कंधे में चोट लगने के कारण रिटार्यड हर्ट हुए गंभीर अपनी पारी को छह रन से आगे बढ़ाने उतरे. गंभीर ने कुछ आकषर्क शाट खेले जबकि पुजारा ने बायें हाथ के तेज गेंदबाज बोल्ट पर सीधा चौका जड़ा. भारत के 100 रन 27वें ओवर में पूरे हुए.
गंभीर ने भी बोल्ट पर तीन चौके मारे और फिर नीशाम की गेंद पर दो रन के साथ 54 गेंद में अपने करियर का 22वां अर्धशतक पूरा किया. गंभीर हालांकि इसके बाद पटेल की गेंद पर चौका जड़ने की कोशिश में शार्ट कवर पर गुप्टिल के हाथों में खेल गए. उन्होंने 56 गेंद का सामना करते हुए छह चौके मारे.

पुजारा ने भी लंच से ठीक पहले 96 गेंद में अर्धशतक पूरा किया. दूसरे सत्र में भारत ने तेजी से रन जुटाए. कप्तान कोहली हालांकि पटेल की गेंद को स्वीप करने की कोशिश में पगबाधा आउट हुए. उन्होंने पुजारा के साथ तीसरे विकेट के लिए 60 गेंद में 48 रन जोड़े. इस पारी के दौरान श्रृंखला में 350 रन से अधिक बनाने वाले एकमात्र बल्लेबाज बने पुजारा और रहाणे ने इसके बाद सिर्फ 54 गेंद में 58 रन की अटूट साझेदारी की. भारत ने लंच के बाद 15 ओवर में 89 रन जोड़े.

पुजारा ने भी पिछले नौ टेस्ट के बाद अपना पहला शतक पूरा किया जो भारत में उनका छठा और न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरा शतक है. उन्होंने पिछला शतक पिछले साल अगस्त में श्रीलंका के खिलाफ लगाया था. इस श्रृंखला में पुजारा ने इससे पहले 62, 78, 87, 04 और 41 रन की पारियां खेली थी.

 

 

भाषा


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