क्रिकेट वर्ल्डकप 2015: आस्ट्रेलिया पांचवीं बार बना विश्व चैंपियन, न्यूजीलैंड का सपना टूटा

Last Updated 29 Mar 2015 09:23:09 AM IST

मेलबर्न में खेले गये आईसीसी क्रिकेट वर्ल्डकप के फाइनल मैच में आस्ट्रेलिया ने न्यूजीलैंड को 7 विकेट से हराकर आईसीसी विश्वकप 2015 का खिताब जीत लिया.


क्रिकेट वर्ल्डकप 2015

विश्वकप की सबसे सफल टीम आस्ट्रेलिया ने रविवार को क्रिकेट के सबसे बड़े टूर्नामेंट में एक बार फिर अपनी बादशाहत को साबित करते हुये सह मेजबान न्यूजीलैंड के इतिहास रचने का सपना तोड़ लगभग एकतरफा अंदाज में पांचवीं बार ‘विश्व विजेता’ बनने का गौरव हासिल कर लिया.

सह मेजबान आस्ट्रेलिया ने मेलबोर्न क्रिकेट ग्राउंड पर रिकार्ड करीब 93 हजार दर्शकों के अपार समर्थन के सामने 33.1 ओवरों में तीन विकेट पर 186 रन बनाकर न्यूजीलैंड को सात विकेट से पराजित कर दिया. अपना आखिरी एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रहे आस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क (74) ने अपनी अर्धशतकीय पारी से टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई और बेहद शान से आईसीसी विश्वकप 2015 का ताज हासिल कर वनडे से विदाई ली.

आस्ट्रेलिया ने वर्ष 1987, 1999, 2003, 2007 और 2015 में विश्वकप खिताब अपने नाम किया है और वह क्रिकेट इतिहास की सबसे मजबूत टीम है. बेहद अहम फाइनल मुकाबले में आस्ट्रेलिया ने आलराउंड खेल का प्रदर्शन किया और डेविड वार्नर ने 45 रन, स्टीवन स्मिथ ने नाबाद 56 रन और कप्तान क्लार्क ने 74 रन की पारियां खेल लक्ष्य को आसान बना दिया जबकि इससे पहले गेंदबाजों में मिशेल जानसन(30 रन पर तीन विकेट) और जेम्स फाकनर ने (36 रन पर तीन विकेट) लेकर न्यूजीलैंड को कम स्कोर पर रोकने में अहम भूमिका निभाई.

टूर्नामेंट में अपराजेय रहकर पहली बार विश्वकप फाइनल में जगह बनाने वाली न्यूजीलैंड टीम का विजयी रथ दुर्भाज्ञवश खिताबी मुकाबले में आकर टूटा और वह बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों ही विभागों में अपेक्षा के अनुसार प्रदर्शन नहीं कर सकी. इससे टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी न्यूजीलैड की ओर से ग्रांट इलियट (83) और रास टेलर (40) ने मुश्किल से टीम को 45 ओवर में 183 रन पर पहुंचाया. लेकिन उनके अलावा अन्य कोई भी बल्लेबाजी रन नहीं बना सका जबकि गेंदबाजों में केवल ट्रेंट बोल्ट एक विकेट और मैट हेनरी दो विकेट निकाल सके.

आस्ट्रेलियाई कप्तान क्लार्क का यह 245वां वनडे मैच था और इसी के साथ उन्होंने इस प्रारूप में अपने 7981 रन पूरे कर लिये जिसमें आठ शतक और 58 अर्धशतक शामिल है. खिताबी जंग से पहले संन्यास की घोषणा करने वाले क्लार्क के लिये यह किसी सपने की तरह है कि अपने आखिरी मुकाबले में उनकी विदाई विश्व विजेता टीम के कप्तान के तौर पर हुई. क्लार्क को कीवी गेंदबाज मैट हेनरी ने लक्ष्य से मा 10 रन पहले 175 के स्कोर पर बोल्ट किया.

पवेलियन लौटते हुये क्लार्क ने दर्शकों और सभी खिलाड़यिों का अभिवादन किया जबकि स्टेडियम में मौजूद हजारों दर्शकों और टीम ने खड़े होकर भावुक क्लार्क को विदाई दी. क्लार्क की जगह शेन वाटसन मैदान पर पहुंचे लेकिन क्रीज पर डटे हुये स्टीवन स्मिथ को उन्होंने विजयी रन बनाने का मौका दिया और स्मिथ ने चौका लगाकर जीत की औपचारिकता को पूरा किया. इसी के साथ स्मिथ विश्वकप 2015 में लगातार पांच अर्धशतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी बन गये. 25 वर्षीय स्मिथ का यह सातवां अर्धशतक है.

स्मिथ ने 71 गेंदों में तीन चौके लगाकर नाबाद 56 रन की पारी खेली जबकि कप्तान क्लार्क ने 72 गेंदों में 10 बेहतरीन चौके और एक छक्का लगाकर 74 रन की पारी खेली. दोनों बल्लेबाजों ने तीसरे विकेट के लिये 118 गेंदों में 112 रन की बेहतरीन साझेदारी निभाई. क्लार्क ने आखिरी ओवरों में खुलकर रन बनाये और चार गेंदों में लगातार चार चौके जड़े. लेकिन 31 वें ओवर में वह एक बड़ा शाट लगाने के चक्कर में हैनरी की गेंद पर बोल्ड हो गये.

इससे पहले मात्र दो के स्कोर पर आरोन फिंच का विकेट ट्रेंट बोल्ट ने लेकर आस्ट्रेलिया को दबाव में ला दिया लेकिन फिर ओप¨नग बल्लेबाज डेविड वार्नर ने टीम को अच्छी शुरूआत दिलाई और 46 गेंदों में सात चौके लगाकर ताबड़तोड़ 45 रन बनाये. हैनरी ने ग्रांट इलियट की मदद से उन्हें आसानी से कैच कराकर पवेलियन भेज दिया. वार्नर दूसरे बल्लेबाज के रूप में आउट हुये और उस समय तक एक बार फिर न्यूजीलैंड की मैच में वापसी संभव दिख रही थी लेकिन फिर स्मिथ और क्लार्क ने मैच पूरी तरह से आस्ट्रेलिया के हक में कर दिया. 

न्यूजीलैंड की ओर से हैनरी को 9.1 ओवर में 46 रन पर दो विकेट मिले जबकि बोल्ट ने 10 ओवरों में 40 रन पर एक विकेट लिया. साउदी मैच में सबसे महंगे साबित हुये और आठ ओवरों में 65 रन देकर कोई विकेट नहीं ले सके.

इससे पहले आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों जेम्स फाकनर और मिशेल जानसन ने अपनी बेहतरीन गेंदबाजी के दम पर न्यूजीलैंड को आस्ट्रेलिया के खिलाफ खिताबी मुकाबले में 183 के कमजोर स्कोर पर ढेर कर दिया. न्यूजीलैंड ने टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय किया लेकिन कीवी टीम आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के सामने लगातार अंतराल पर विकेट गंवाकर 45 ओवरों में अपने सभी विकेट खोकर केवल 183 रन ही बना सकी. एक बार फिर ग्रांट इलियट ने कीवी पारी को संभाला और 83 रन की बेहद अहम पारी खेलकर टीम को कुछ हद तक लड़ने लायक स्थिति में पहुंचाया.

ग्रांट के अलावा रास टेलर ही 40 रन की दूसरी बड़ी पारी खेल सके. दोनों बल्लेबाजों ने चौथे विकेट के लिये 111 रन की अहम साझेदारी निभाई. लेकिन इसके अलावा पांच बल्लेबाज तो दहाई के आंकड़े तक को छू नहीं सके. कप्तान ब्रैंडन मैकुलम(शून्य), कोरी एंडरसन(शून्य) ,ल्यूक रोंची(शून्य ) और मैट हैनरी (शून्य) पर पवेलियनट लौट गये.

आस्ट्रेलिया की ओर से तेज गेंदबाज जानसन ने नौ ओवरों में केवल 30 रन देकर तीन विकेट और फाकनर ने नौ ओवरों में 36 रन देकर तीन विकेट निकालकर कीवी गेंदबाजों को रन बनाने का मौका नहीं दिया जबकि मिशेल स्टार्क ने आठ ओवरों में केवल 20 रन देकर दो विकेट चटकाये. विकेट लेने में ग्लेन मैक्सवेल भी पीछे नहीं रहे और सात ओवरों में 37 रन देकर एक विकेट अपने नाम किया.

कई वर्षों बाद मेलबोर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेलने उतरी कीवी टीम के लिये अचानक से नयी परिस्थतियों में खुद को ढालने के अलावा बड़े ग्राउंड पर खेलने जैसी परेशानियां मैच में दिखाई दी और पहले ही ओवर से आस्ट्रेलिया ने सह मेजबान टीम के विकेट निकालकर उसे दबाव में ला दिया. कप्तान मैकुलम पहले ओवर की पांचवीं गेंद पर स्टार्क की गेंद पर बिना खाता खोले बोल्ड हो गये. उस समय टीम केवल एक रन ही बना सकी थी.

एक बड़े झटके से उबरते हुये कीवी टीम ने रन गति बनाने का प्रयास किया लेकिन न्यूजीलैंड के वनडे में पहले दोहरे शतकधारी मार्टिन गुप्तिल फाइनल जैसे बेहद अहम मुकाबले में कोई कमाल नहीं कर सके और टीम के 33 के स्कोर पर सस्ते में लौट गये. गुप्तिल ने 34 गेंदों में सिर्फ 15 रन ही जोड़े थे कि मैक्सवेल ने ओपनर को अपना शिकार बनाया. भले ही गुप्तिल फाइनल में बड़ी पारी नहीं खेल सके लेकिन वह विकप 2015 में 547 रन के साथ शीर्ष रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे. एक विकप में 500 से अधिक रन बनाने वाले वह पहले कीवी खिलाड़ी है.

न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों की बेहद निराशाजनक बल्लेबाजी का फायदा उठाते हुये आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने लगातार अंतराल पर विकेट निकालना जारी रखा और छह रन के अंतर पर 12 वें ओवर में 39 के स्कोर पर तीसरा विकेट केन विलियम्सन(12) भी उलटे पैर लौट गये. शीर्ष तीनों बल्लेबाजों के पवेलियन लौटने के बाद कीवी टीम भारी दबाव में आ गई.

हालांकि फिर टेलर और इलियट ने पारी को संभाला और स्कोर डेढ़ सौ तक पहुंचाया. टेलर ने 72 गेंदों में दो चौके लगाये और 40 रन बनाये जबकि इलियट ने 82 गेंदों में सात चौके और एक छक्का लगाकर 83 रन बनाकर टीम को लड़ने लायक स्थिति में पहुंचाया. लेकिन इसके बाद कोई भी अन्य बल्लेबाज स्कोरबोर्ड पर रन जोड़ने में कामयाब नहीं रहा.

रास टेलर को फाकनर ने ब्रैड हैडिन के हाथों कैच कराकर टीम का अहम विकेट लिया और इसके तुरंत बाद एंडरसन को खाता खोले बिना फाकनर ने अपना शिकार बना दिया. डेनियल वेट्टोरी नौ रन और टिम साउदी 11 रन बनाकर आउट हुये. मैक्सवेल ने साउदी को आसानी से रनआउट कर कीवी पारी को निपटा दिया. आस्ट्रेलियाई गेंदबाज फाकनर को अहम समय पर तीन विकेट निकालने के लिये मैन आफ द मैच घोषित किया गया जबकि तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क टूर्नामेंट में सर्वाधिक 22 विकेट लेकर मैन आफ द टूर्नामेंट घोषित किये गये. दोनों खिलाड़यिों को सचिन तेंदुलकर ने सम्मानित किया.
 



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