चार पहलवानों पर अस्थाई प्रतिबंध, रियो ओलंपिक का सपना खत्म
भारतीय कुश्ती महासंघ ने फोगाट बहनों बबिता कुमारी और गीता सहित चार पहलवानों को कारण बताओ नोटिस जारी किया और अनुशासनहीनता के लिए इन्हें अस्थाई तौर पर निलंबित किया.
बबिता कुमारी और गीता (फाइल फोटो) |
जिससे रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने का इनका सपना टूट गया.
फोगाट बहनों के अलावा सुमित :पुरूष 125 किग्राफ्रीस्टाइल: और राहुल अवारे :पुरूष 57 किग्राफ्रीस्टाइल: को भी अस्थाई तौर पर प्रतिबंधित किया गया है.
डब्ल्यूएफआई के सहायक सचिव विनोद तोमर ने पीटीआई को बताया, ‘‘चार पहलवानों को अस्थाई रूप से निलंबित किया गया है और उन्हें इस्तांबुल में अगली ओलंपिक क्वालीफाइंग प्रतियोगिता में हिस्सा लेने से प्रतिबंधित कर दिया गया है.’’
दूसरा विश्व क्वालीफाइंग टूर्नामेंट अंतिम ओलंपिक क्वालीफायर होगा जिसका आयोजन तुर्की के इस्तांबुल में छह से आठ मई तक किया जाएगा.
हाल में मंगोलिया के उलनबटेर में पहले वि क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट में बबिता ने महिला 53 किग्रामुकाबले को विरोधी के नाम कर दिया जबकि गीता भी चोट के कारण 58 किग्रावर्ग के मुकाबले में नहीं उतरी.
सुमित के पास ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने का मौका था लेकिन वह 125 किग्रामें अपने रेपेचेज मुकाबले के लिए नहीं उतरे.
पता चला है कि इन पहलवानों को जवाब देने के लिए 15 मई तक का समय दिया गया है और इसके बाद इन्हें कड़ी सजा देने के लिए अनुशासन समिति का गठन किया जाएगा.
तोमर ने बताया कि सुमित को प्रतिबंधित किया जा सकता है क्योंकि उसके पास ओलंपिक कोटा हासिल करने का मौका था. बबिता और गीता की जगह अब ललिता और साक्षी मलिक अब इस्तांबुल जाएंगी.
भारतीय पुरूष फ्रीस्टाइल और ग्रीको रोमन टीमें जार्जिया के तबिलिसी में ट्रेनिंग कर रही हैं. राहुल अवारे को भी ट्रेनिंग के लिए चुना गया था लेकिन उन्होंने जार्जिया जाने से इनकार कर दिया क्योंकि मंगोलिया और तुर्की में दो क्वालीफिकेशन प्रतियोगिता के लिए उनका वीजा नहीं बनाया गया था.
तोमर ने हालांकि पुष्टि की कि विश्व ओलंपिक क्वालीफाइंग प्रतियोगिता से 400 ग्राम अधिक भार होने के कारण डिस्क्वालीफाई की गई विनेश फोगाट तुर्की जाएंगी.
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