2014 को 10 में से 8 अंक दूंगा: आनंद
पांच बार के विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद ने कहा है कि वह लंदन क्लासिक में जीत के साथ वर्ष का समापन करने को लेकर बहुत खुश हैं और वह इस वर्ष को अंकों के स्केल पर 10 में से आठ अंक देंगे.
पांच बार के विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद |
आनंद को नार्वे के मैग्नस कार्लसन के हाथों कड़े संघर्ष के बावजूद सोच्चि में विश्व चैंपियन में शिकस्त झेलनी पड़ी थी लेकिन भारत के शीर्ष शतरंज खिलाड़ी ने कहा कि पिछले सप्ताह वह लंदन क्लासिक में जीतकर वर्ष का समापन कर रहे हैं और उसे लेकर खुश है और अगले वर्ष 2015 में और अधिक खिताब जीतने के लिये अभी से कमर कस चुके हैं.
उन्होंने एनआईआईटी के गणित को लेकर आयोजित कार्यक्रम में कहा मैं लंदन में जीता और इसके अलावा मैंने कुछ और टूर्नामेंटों में भी अच्छा प्रदर्शन किया. मैं अपने इस वर्ष को यदि आंकना चाहूं तो इसे 10 में से आठ नंबर दूंगा. मैं इस समय बहुत खुश हूं और मुझे यकीन है कि अगले वर्ष मैं और भी अधिक खिताब अपने नाम करूंगा.
आनंद ने वर्ष 2015 की तैयारियों और नववर्ष के लिये अपनी योजनाओं के बारे में कहा.अगले वर्ष मैं और भी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करूंगा. मैं उम्मीद करता हूं कि मेरा स्केल नये साल में और ऊंचा होगा.
जर्मनी और ज्यूरिख में मुझे फरवरी में दो प्रतियोगिताएं खेलनी हैं और वह सुपर सीरीज हैं जिसमें दुनिया के बड़े खिलाड़ी हिस्सा लेंगे. उसके लिये मुझे काफी मेहनत करनी है.
विश्व चैंपियनशिप हारने के बाद अपनी रिटायरमेंट को लेकर चल रही अटकलों पर विराम लगाते हुये 45 वर्षीय आनंद ने कहा मैं फिलहाल शतरंज को अलविदा कहने के बारे में विचार नहीं कर रहा हूं
और आने वाले कुछ और वर्षो में मेरा इरादा और खेलने और खिताब जीतने पर लगा हुआ है.
भारतीय ग्रैंड मास्टर ने साथ ही कार्लसन के साथ हुये विश्व चैंपियनशिप मुकाबले को लेकर खुलकर अपना अनुभव साझा किया.
उन्होंने कार्लसन को बेहतरीन खिलाड़ी बताते हुये कहा इस बात में कोई संदेह नहीं है कि कार्लसन बहुत ही अच्छे खिलाड़ी हैं और इसलिये ही वह जीते हैं.
आनंद ने कहा कार्लसन ने मैच में अच्छी चालें चली और जीते. हालांकि मैंने कुछ मौके गंवाये और मुझे हारकर अच्छा नहीं लगा.
लेकिन मैं लगातार इस बारे में नहीं सोचता. यही कारण है जब कि जब मैं लंदन गया तो मेरे दिमाग में सोच्चि का खेल नहीं था और वहां मैने मिले मौकों का फायदा उठाया और जीत दर्ज की.
अपनी तकनीक को लेकर आनंद ने कहा कि वह अपनी तकनीक को सुधारने पर लगातार काम कर रहे हैं और इसके लिये नयी तकनीक का इस्तेमाल भी कर रहें.
देश में नयी प्रतिभाओं को लेकर ग्रैंड मास्टर ने कहा मैं उम्मीद करता हूं कि देश में ढेर सारे आनंद हों और मौजूदा समय में के शशिकिरण और पी हरिकृष्णा शतरंज में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और उनसे भविष्य में और भी बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है.
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