मधुमेह रोगियों के पैरों में जख्म की संभावना को कम कर सकते हैं स्मार्ट मोज़े
मधुमेह के मरीजों के पैरों में होने वाले जख्मों की संभावना को कम करने के लिए शोधार्थियों ने एक ऐसा 'स्मार्ट' मोज़ा विकसित किया है जिसका इस्तेमाल स्मार्टफोन के साथ जोड़कर किया जाएगा.
डायबटीज के रोगियों के लिए स्मार्ट मोज़े (फाइल फोटो) |
धोया जा सकने वाला यह मोज़ा उनके पैर की सुरक्षा करेगा. सेंसगो नाम के इस मोज़े में दबाव महसूस करने वाले दर्जनों सेंसर हैं. इसको इस्राइल के द हेब्रू यूनिवर्सिटी ऑफ येरूशलेम और हदासाह मेडिकल सेंटर के शोधार्थियों ने बनाया है.
सेंसगो गलत मुद्रा, शारीरिक विकृति या बिना फिटिंग के जूतों में अपना दबाव बदलता है और यह इलेक्ट्रिकल संकेतों के तौर पर दर्ज होता है, जो स्मार्टफोन की एक एप के जरिए रोगी को खतरे के बारे में जानकारी देता है.
मुधमेह के मरीजों के पैरों में आमतौर पर जख्म हो जाते हैं और इसका संबंध मधुमेह न्यूरोपैथी के एक प्रकार से है जिसमें नसें क्षतिग्रस्त हो जाती हैं.
शोधार्थियों ने कहा कि इसके नतीजतन अंग विकृत हो जाता है, उसपर बहुत ज्यादा दबाव पड़ता है और उसमें रक्त प्रवाह कम हो जाता है. इस समस्या से दुनियाभर में 13 करोड़ से ज्यादा लोग प्रभावित हैं.
समूह के प्रमुख इंजीनियर डेन्नी बेव्ली ने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण चिकित्सकीय समस्या है जिससे लाखों लोग प्रभावित हैं. हमने सोचा कि इन घावों से बचने का कोई तरीका होना चाहिए.
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