बेटे के लिए एनडी तिवारी ने छोड़ा कांग्रेस का हाथ, चले BJP के साथ
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी बुधवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए. उनके साथ उनके बेटे रोहित शेखर ने भी भाजपा की सदस्यता ग्रहण की.
बेटे के लिए एनडी कांग्रेस छोड़ चले BJP के साथ |
तिवारी अपनी पत्नी उज्ज्वला और बेटे रोहित शेखर के साथ बुधवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के घर पहुंचे और भाजपा में शामिल हुए.
तिवारी ने अपने बेटे के लिए हल्द्वानी से टिकट की मांग की है.
91 साल के एनडी तिवारी शुरू से कांग्रेसी रहे हैं. इस उम्र में कांग्रेस छोड़ने का बड़ा कदम उन्होंने पुत्रहित में उठाया है.
दरअसल, तिवारी के बेटे रोहित भी पिता की तरह राजनीति में आना चाहते हैं.
कांग्रेस में अपनी अनदेखी के चलते तिवारी पार्टी से लंबे समय से नाराज चल रहे हैं. इसलिए उन्होंने बेटे की इस इच्छा और उसके भविष्य को देखते हुए सपा से नजदीकियां बढ़ाई थीं और यूपी की किसी सीट से टिकट दिलाने की कोशिश की. लेकिन ऐसा नहीं हो सका.
अब वह बेटे को भाजपा के टिकट पर उत्तराखंड से विधायक बनाना चाहते हैं.
छह साल की कानूनी लड़ाई के बाद नारायण दत्त तिवारी ने रोहित शेखर को पुत्र स्वीकार किया था.
रोहित की मां उज्ज्वला ने तिवारी से पितृत्व के दावे को लेकर अदालत की लड़ाई लड़ी थी और उसमें उन्हें जीत हासिल हुई थी. उसके बाद तिवारी ने रोहित को सार्वजनिक रूप से अपना बेटा मान लिया था.
तिवारी तीन बार उत्तर प्रदेश और एक बार उत्तराखंड के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं. वह केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं.
वह साल 2007 से 2009 के बीच आंध्र प्रदेश के राज्यपाल भी रहे. हालांकि राज्यपाल के रूप में उनका कार्यकाल विवादों भर रहा. कार्यकाल के बीच में ही सेक्स स्कैंडल में फंसने के बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था.
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