कैबिनेट में व्यापक फेरबदल से ना
उत्तराखंड कैबिनेट में व्यापक फेरबदल की चर्चाओं पर मुख्यमंत्री हरीश रावत ने विराम लगा दिया है.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत (फाइल फोटो) |
शनिवार को बीजापुर गेस्ट हाउस में मीडिया प्रतिनिधियों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश कैबिनेट में केवल एक सीट खाली है. वह इस बारे में और मौजूदा स्थिति के बारे में पार्टी आलाकमान को अवगत करा दिये हैं. हाईकमान जब भी आदेश करेगा, रिक्त पद भर दिया जाएगा.
जब मुख्यमंत्री से यह पूछा गया कि कांग्रेस पार्टी से खुद पीडीएफ को हटाने की बात उठ रही है और इस बात की चर्चा भी जोरों पर है तो उन्होंने कहा कि वह पहले ही कह चुके हैं कि कैबिनेट में केवल एक सीट खाली है और वह हाईकमान के आदेश के बाद भर दी जाएगी तो व्यापक फेरबदल का सवाल कहां पैदा होता है.
बता दें कि बीते कुछ दिनों से राजनीतिक हलकों में इस तरह के कयास जारी हैं कि मुख्यमंत्री कैबिनेट में फेरबदल कर सकते हैं. शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा की कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से भेंट के बाद इन चर्चाओं को और बल मिलने लगा था.
इसके बाद शनिवार मुख्यमंत्री हरीश रावत दिल्ली चले गए तो चर्चाएं और तेज हो गई. हालांकि मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि वह एक विवाह समारोह में शिरकत के लिए दिल्ली गए थे. हालांकि उन्होंने पार्टी आलाकमान से मुलाकात की. भगवानपुर उपचुनाव में जीत और ममता राकेश के विधायक की शपथ लेने के बाद मुख्यमंत्री हरीश रावत पर कांग्रेस के भीतर से मंत्रिमंडल में फेरबदल और सुरेंद्र राकेश के निधन से खाली कैबिनेट मंत्री की सीट भरने का दबाव बढ़ना शुरू हो गया है.
इसी महीने के पहले हफ्ते में पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने मंत्रिमंडल और अन्य मुद्दों को लेकर मुख्यमंत्री हरीश रावत से मुलाकात की और कहा कि जब मुख्यमंत्री बदले जा सकते हैं तो मंत्री क्यों नहीं बदले जा सकते.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय भी मंत्रिमंडल में फेरबदल के पक्ष में बयान देते रहे हैं. कांग्रेस में मंत्रिमंडल में बदलाव के पक्षधर लोगों का तर्क विधानसभा में कांग्रेस के पूर्णबहुमत पा जाने की दलील दे रहे हैं और कह रहे हैं कि 2017 के विधानसभा चुनावों के मद्देनजर सरकार के बेहतर प्रदर्शन के लिए अहम विभाग कांग्रेस कोटे के मंत्रियों को ही मिलने चाहिए, क्योंकि विधानसभा चुनाव के वक्त कोई यह नहीं देखेगा कि अमुक विभाग किस दल के मंत्री के पास था बल्कि जनता को सरकार को कांग्रेस की सरकार मानकर ही वोट देगी.
वैसे स्व. सुरेंद्र राकेश की पत्नी व भगवानपुर से नवनिर्वाचित कांग्रेस विधायक ममता राकेश भी यह कहकर मंत्री पद पर खुलेआम दावा पेश कर चुकी हैं कि जनता ने उन्हें मंत्री बनने के लिए ही भारी मतों से जिताया है.
वैसे भी प्रदेश कैबिनेट में जगह पाने के लिए कई कांग्रेसी बेताब हैं. खानपुर के कांग्रेस विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन मैदान, अन्य पिछड़ा वर्ग व हरिद्वार जिले के कोटे के नाम पर अपनी दावेदारी पेश कर चुके हैं तो बहुगुणा खेमे के नाम पर विकासनगर के विधायक नवप्रभात, नरेंद्र नगर के विधायक सुबोध उनियाल, शैलेंद्र मोहन सिंघल और राजेंद्र भंडारी आदि के नाम आगे आते रहे हैं.
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