पहाड़ों पर बर्फबारी, जानलेवा ठंड

Last Updated 16 Dec 2014 06:23:30 AM IST

उत्तराखंड में दो दिनों की बारिश के बाद कुमाऊं के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी से जनजीवन ठप हो गया है.


उत्तरकाशी : गंगोत्री मार्ग पर आसपास के इलाके भी बर्फ से लकदक हो गए.

बागेश्वर, चंपावत, लोहाघाट, एबटमाउंट, मुनस्यारी, धरमघर, कौसानी, रानीखेत, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, धरमघर, बेरीनाग, डीडीहाट, मुक्तेश्वर व नैनीताल में एक से पांच फीट बर्फबारी हुई. मसूरी के लाल टिब्बा इलाके में भी बर्फ के फाहे गिरे. मैदानी इलाकों में बारिश और ठंड का प्रकोप है. बर्फबारी से बिजली, पानी व दूध की आपूर्ति ठप हो गई है.

भवाली से आगे अल्मोड़ा मोटरमार्ग कई जगहों में दरक गया है. तराई बारिश से तरबतर है. बर्फबारी से रुद्रप्रयाग, चमोली, पौड़ी व उत्तरकाशी जिला शीतलहर की चपेट में है. गंगा वैली व यमुना वैली के दर्जनों गांव अलग-थलग पड़ गए हैं. मोटरमार्ग बाधित होने से दर्जनों गांवों का मुख्यालय से संपर्क कट गया है. पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी से दूनघाटी भी सर्दी से ठिठुरती रही. दिन में मौसम खुलने से लोगों ने राहत महसूस की. रविवार से हो रही बारिश ने सोमवार को कुमाऊंभर में रंग दिखाया.

सुबह आठ बजे से बागेश्वर में बर्फ बारी शुरू हो गई.  चंपावत में लोहाघाट, एबटमाउंट, मायावती का अद्वैत आश्रम समेत चंपावत मुख्यालय बर्फ से ढक गया. बिजली और पानी की सप्लाई बंद है. पिथौरागढ़ में ध्वज, चंडाक समेत सभी इलाकों में बर्फ गिरी है. ग्रामीण इलाकों में पानी, बिजली आपूर्ति ठप है. मुनस्यारी में पांच से छह फीट बर्फबारी हुई. कैलास मानसरोवर का मार्ग बर्फ से ढक गया है.

बेरीनाग, गंगोलीहाट में पानी व बिजली आपूर्ति ठप है. डीडीहाट शहर और आसपास के पहाड़ बर्फ से लकदक हैं. धारचूला का मार्ग कई इलाकों में टूट गया है. अल्मोड़ा में बारिश व बर्फबारी से जनजीवन पटरी से उतर गया. कौसानी, शीतलाखेत व रानीखेत बर्फ से ढक गए. नैनीताल, भवाली, भीमताल,धानाचूली व मुक्तेश्वर भी बर्फ से लकदक है. भवाली-अल्मोड़ा मार्ग कई जगहों में टूट गया.

अल्मोड़ा जाने वाले वाहन बर्फ में फंस गए. तराई भाबर में बारिश से सोमवार को स्कूल कालेज बंद रहे. हल्द्वानी के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं. यही हाल लालकुआं, कालाढूंगी का है. रुद्रप्रयाग जिले में बर्फबारी से ऊखीमठ-चोपता-गोपेर, बासबाड़ा-चंद्रनगर-मोहनखाल, चोपता-मोहनखाल-पोखरी, मयाली-चिरबिटिया, सोनप्रयाग-त्रियुगीनारायण मोटर मार्गों पर वाहनों की आवाजाही ठप है. हिमपात से 100 से अधिक गांवों की बिजली आपूर्ति ठप हो गई है.

केदारघाटी में 22 घंटों तक विद्युत आपूर्ति ठप रही. पौड़ी जिले के ऊंचाई वाले इलाकों में रविवार देर रात से बर्फबारी हो रही है. थलीसैंण, बीरोंखाल, दीवाडांडा व धुमाकोट इलाके की ऊंची चोटियों ने बर्फ की चादर ओढ़ ली है. थलीसैंण के निकट चौंरीखाल क्षेत्र में बर्फबारी से पौड़ी-रामनगर राष्ट्रीय राजमार्ग दिनभर बंद रहा. चमोली में गोपेर, हिम क्रीड़ा केंद्र औली समेत जोशीमठ का इलाका बर्फ से लकदक है.

उच्च हिमालयी क्षेत्रों से लेकर तलहटी तक के गांव बर्फ से पट गए.जिला मुख्यालय पर पेड़ों के उखड़ने से प्रात: यातायात अवरुद्ध रहा. बिजली लाइनें क्षतिग्रस्त हुई हैं. चमोली में कई घंटे बिजली गुल रही. उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री, यमुनोत्री सहित शीतकालीन धाम मुखबा व खरसाली गांव बर्फ से लकदक हैं. हषिर्ल से आगे गंगोत्री तक सड़क मार्ग भी अवरुद्ध हो गया है, वहीं जानकीचट्टी और इससे आगे की सड़क अवरुद्ध हो गई है.

ठंड से चार लोगों की मौत

ठंड से चमोली जिले में तीन और नैनीताल में एक व्यक्ति की मौत हो गई. नारायणबगड़ के सणकोट गांव में प्रेम सिंह बिष्ट पुत्र गंगा सिंह बिष्ट और डुमली देवी पत्नी भुपाल सिंह ठंड से जकड़ गए. एक की देर रात और दूसरे की सोमवार सुबह मौत हो गई.

झिंझौंणी का बलवंत सिंह पुत्र भीम सिंह ने भी ठंड से दम तोड़ दिया. नैनीताल में सुभाष नगर बरेली निवासी वाहन चालक आनंद कुमार (40) पुत्र हरद्वारी लाल ने ठंड से दम तोड़ दिया. उसका शव बर्फ से ढका पाया गया.



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