उत्तराखंड के गौरीकुंड में वायुसेना का हेलीकॉप्टर क्रैश, 20 लोगों के मरने की आशंका

Last Updated 25 Jun 2013 06:58:36 PM IST

उत्तराखंड बाढ़ से प्रभावित लोगों के राहत कार्यों को बड़ा झटका लगा है और गौरीकुंड में वायुसेना का एक हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया है.


राहत हेलीकॉप्टर गिरा, 20 के मरने की आशंका (फाइल फोटो)

इस हादसे में 20 लोगों के मारे जाने की आशंका है. हादसे वाली जगह से आठ लोगों के शव बरामद किए गए हैं. इनमें वायुसेना के विंग कमांडर डैरेल कैस्टेलिनो, फ्लाइट लेफ्टिनेंट पी कपूर व प्रवीण, जूनियर वारंट ऑफिसर एके सिंह और सार्जेंट सुधाकर शामिल हैं. अधिकारियों का कहना है कि इस हादसे में किसी के भी बचने की संभावना काफी कम है. राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एम शशिधर रेड्डी ने भी आठ शव बरामद होने की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर में 20 लोग सवार थे. भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के महानिदेशक अजय चड्ढा ने बताया कि बल के छह कर्मी दुर्घटनाग्रस्त हुए हेलीकॉप्टर में थे.

राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के महानिरीक्षक संदीप राय राठौर के मुताबिक, उनके नौ कर्मी हेलीकॉप्टर में सवार थे. दोनों अधिकारियों ने कहा कि उनके कर्मियों का पता नहीं है. इस बीच, सूत्रों ने बताया कि एमआई-17 हेलीकॉप्टर में सवार लापता लोगों की तलाश के लिए वायुसेना ने अपने गरूड़ कमांडो तैनात कर दिए हैं. गौचर में एक वरिष्ठ वायुसेना अधिकारी ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त हुए हेलीकॉप्टर ने मंगलवार को केदारनाथ के दो चक्कर लगाए थे. बारिश और धुंध की वजह से मौसम खराब हो गया था और उसी दौरान यह हादसा हुआ. यह हेलीकॉप्टर ईस्टर्न एयर कमान के तहत पश्चिम बंगाल के बैरकपुर एयरफोर्स स्टेशन की एक यूनिट का था.

इधर, नई दिल्ली में वायुसेना के प्रवक्ता विंग कमांडर जे गलवे ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि यह हेलीकॉप्टर गुप्तकाशी और गौचर के बीच राहत अभियान पर था. दोपहर साढ़े बारह बजे केदारनाथ से उड़ान भरने के बाद यह गौरीकुंड के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया. गलवे के मुताबिक, हेलीकॉप्टर पिछले साल ही वायुसेना को प्राप्त हुआ था. वायुसेना ने इस दुर्घटना की ‘कोर्ट ऑफ इनक्वारी’ के आदेश दे दिए हैं. वायुसेना ने यह भी साफ किया है कि जोखिम भरी डेढ़ हजार उड़ानों के बाद हुए इस हादसे से उसका राहत अभियान प्रभावित नहीं होगा. प्रवक्ता ने बताया कि वायुसेना अभी यह बताने की स्थिति में नहीं है कि हेलीकॉप्टर पर कुल कितने लोग सवार थे. उन्होंने इस खबर पर भी कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि दुर्घटना में 20 लोग मारे गए हैं.

उधर, भारी बारिश के कारण आपदा प्रभावित इलाकों में लगातार दूसरे दिन बचाव अभियान पर असर पड़ा है. खराब मौसम के कारण इस आपदा में मारे गए सैकड़ों लोगों के सामूहिक अंतिम संस्कार में भी विलंब हुआ. हालांकि वायुसेना ने केदारनाथ में मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए जरूरी सामग्री गिराई. अंतिम संस्कार न हो पाने से शवों के खराब होने और बीमारी फैलने की आशंका बढ़ गई है. इस बीच, बचाव अभियान को देख रहे अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को कुल 2,403 श्रद्धालुओं को बचाया गया.

मुख्यमंत्री ने की सुरक्षाकर्मियों के परिजनों के लिए दस लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान

हालांकि आपदाग्रस्त क्षेत्रों में अभी  8000 लोग फंसे हुए हैं. इनमें से ज्यादातर लोग हरसिल और बद्रीनाथ में हैं. वहीं केदारनाथ में 127 शवों समेत कुल 142 शव मिलने के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 822 हो गई है. टिहरी जिले में भूस्खलन की ताजा घटनाएं हुई हैं जिनमें एक महिला और एक बच्चे की मौत हो गई. रुद्रप्रयाग के अगस्त्यमुनि में भारी बारिश हुई है. उधर, कुमाऊं के चौखुटिया के बसरखेत क्षेत्र में भी बादल फटने की खबर है.  इस पर्वतीय प्रदेश में राहत अभियान में लगे हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त होने की यह दूसरी घटना है. रविवार को रुद्रप्रयाग जिले में बारिश प्रभावित लोगों के लिए राहत सामग्री ले जा रहा एक निजी हेलीकॉप्टर गौरीकुंड के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया था जिसमें पायलट घायल हो गया था. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने इस हादसे पर दुख जताया है और सुरक्षाकर्मियों के परिजनों के लिए दस लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान किया है.

थकान भी नहीं रोक पाई थी विंग कमांडर कैस्टेलिनो को राहत से

उत्तराखंड में दुर्घटनाग्रस्त हुए हेलीकॉप्टर एमआई-17 के कमांडर डैरेल कैस्टेलिनो अपने सहयोगियों के बीच एक बहादुर और विनम्र अधिकारी के तौर पर जाने जाते थे. वह इस हादसे में मारे गए. उनसे पूछा गया था कि नाम से तो वह गोवा के लगते हैं तो उनका जवाब था कि ‘मैं गोवा से नहीं हूं. मैं मुंबई से हूं.’ वह गढ़वाल की पहाड़ियों पर बचाव अभियान में लगे एक बड़े हेलीकॉप्टर के पायलट थे. सोमवार को जब वह जंपसूट पहन रहे थे तो उनके चेहरे पर थकान साफ झलक रही थी लेकिन उनका उत्साह कम नहीं हुआ था. आईटीबीपी के शिविर में अपने सह-पायलटों के साथ ठहरे कैस्टेलिनो के अच्छे काम की सराहना जब बल के डीआईजी अमित प्रसाद ने की तो कैस्टेलिनो ने जवाब दिया था ‘अरे सर, आपके लड़के भी बहुत जबरदस्त काम कर रहे हैं.’



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