सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी के अध्यक्ष महेंद्र राजभर को एक कार्यकर्ता ने जड़े सभा में कई थप्पड़

Last Updated 11 Jun 2025 09:31:08 AM IST

जौनपुर जिले के जलालपुर थाना क्षेत्र में महाराजा सुहेलदेव के विजय दिवस पर आयोजित एक समारोह में मंगलवार को सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेंद्र राजभर को एक कार्यकर्ता ने माला पहनाने के बाद ताबड़तोड़ कई थप्पड़ जड़ दिये।


इस घटना का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहा है।

समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस घटना की निंदा करते हुए इसे पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) पर "अत्याचार और अपमान का एक और उदाहरण" बताया और इसमें भाजपा की मिलीभगत का आरोप लगाया।

घटना जौनपुर के जलालपुर थाना क्षेत्र के आशापुर गांव की है, जहां सुहेलदेव के विजय दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेंद्र राजभर को उनके साथी बृजेश राजभर ने भरी सभा में माला पहनाने के बाद ताबड़तोड़ कई थप्पड़ जड़ दिये। उसके बाद कार्यक्रम में हलचल मच गई।

राजभर बाहुल्य जफराबाद विधानसभा क्षेत्र में यह कार्यक्रम सम्राट सुहेलदेव की प्रतिमा के स्थापना के लिए भूमि पूजन हेतु आयोजित था। कार्यक्रम में महेंद्र राजभर मुख्य अतिथि बनाये गए थे। 

घटना के बाद महेंद्र राजभर ने आरोप लगाया, ‘‘मेरे ऊपर हमला उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर द्वारा कराया गया है।’’

हालांकि इस मामले में सुभासपा प्रमुख का पक्ष अभी तक सामने नहीं आया।

घटना के बाद महेंद्र राजभर कार्यक्रम छोड़कर चले गए। बाद में जलालपुर थाना जाकर उन्होंने शिकायत की।

उसके बाद पत्रकारों से महेंद्र राजभर ने कहा,‘‘ चार-पांच दिन पहले हमलावर बृजेश प्रदेश के मंत्री ओमप्रकाश राजभर से मिला था, वहीं इस हमले की साजिश रची गई। मेरे ऊपर हमला मंत्री ओमप्रकाश राजभर द्वारा कराया गया है। ’’

उन्होंने कहा,‘‘ बृजेश राजभर उनकी पार्टी में पहले कार्यकर्ता था, लेकिन अब कोई पदाधिकारी नहीं है। वह कैसे इस कार्यक्रम में आया, किसने उसे बुलाया मैं नहीं जानता। पार्टी में न तो कोई मनमुटाव था, न तो कोई पैसे का विवाद था।’’

उन्होंने कहा कि हमले के लिए दर्जनों लोग आए थे परंतु बृजेश ने ही हमला किया तथा उसी के खिलाफ नामजद तहरीर थाने में दी गयी है।

इस बीच जलालपुर के थाना प्रभारी त्रिवेणी सिंह ने बताया कि घटना के सम्बंध में महेंद्र राजभर ने थाने में तहरीर दी है।

उन्होंने कहा कि इस घटना का वायरल वीडियो भी संज्ञान में आया है तथा घटना की जांच चल रही है।

महेंद्र राजभर ने 2022 के विधानसभा चुनाव के पहले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) से अलग हो गए थे और बाद में उन्होंने अपनी पार्टी बनायी थी। उस समय वह सुभासपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष थे।

महेंद्र राजभर ने सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा था कि वह पार्टी के अभियान से भटक चुके हैं और अपने व्यक्तिगत अभियान के तहत धन बटोरने के चक्कर में लगे हुए हैं।

ओम प्रकाश राजभर ने 27 अक्टूबर 2002 को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी की स्थापना की, तब महेंद्र राजभर प्रमुख संस्थापक सदस्यों में से एक थे।

वर्ष 2017 विधानसभा चुनाव में मऊ सदर से सुभासपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महेंद्र राजभर को भाजपा-सुभासपा गठबंधन का प्रत्याशी बनाया गया था, जिन्होंने बाहुबली मुख्तार अंसारी के खिलाफ चुनाव लड़ा था। हालांकि, वह मुख्तार अंसारी से कांटे की टक्कर में महज छः हजार वोट से चुनाव हार गए थे।

उत्तर प्रदेश की मौजूदा विधानसभा में जफराबाद से सुभासपा से ही वर्तमान में विधायक जगदीश नारायण राय हैं, जिन्होंने 2022 में समाजवादी पार्टी के गठबंधन में चुनाव जीता था।

सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मामले पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए “एक्स” पर एक पोस्ट में कहा “वयोवृद्ध और वरिष्ठ नेता श्री महेंद्र राजभर जी पर हुआ हिंसक हमला भाजपा के राज में ‘पीडीए समाज’ पर लगातार बढ़ते जा रहे अपमानजनक व्यवहार और अत्याचार का एक और निंदनीय उदाहरण है।”

उन्होंने कहा, “भाजपा अगर सोचती है कि वो किसी समाज को अंदर से तोड़कर अपनी विभाजनकारी राजनीति को बनाए रखेगी तो ये उसकी ग़लतफ़हमी है। अगर इस हमले में भाजपा की नज़रअंदाज़ी शामिल नहीं है तो इस हमलावर को तत्काल गिरफ़्तार करके, उसके किये की सज़ा दी जाए।”

यादव ने कहा,“हिंसा हताशा का ही एक रूप होता है। भाजपा याद रखे ऐसे कृत्यों से पीडीए का मनोबल टूटेगा नही बल्कि और भी शक्तिशाली होगा। जय संविधान, जय पीडीए।’’

भाषा
जौनपुर


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