तीसरी लहर की आशंका : पीएम चुनाव टालने पर करें विचार : हाईकोर्ट

Last Updated 24 Dec 2021 01:04:10 AM IST

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने देश-विदेश में ओमीक्रोन के बढ़ते प्रभाव को लेकर बृहस्पतिवार को देश के प्रधानमंत्री व चुनाव आयुक्त से अनुरोध किया कि वह उत्तर प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव में कोरोना की तीसरी लहर से जनता को बचाने के लिए राजनीतिक पार्टियों की चुनावी रैलियों पर रोक लगाएं।


इलाहाबाद हाईकोर्ट

राजनीतिक पार्टियों से कहा जाए कि वह चुनाव प्रचार टीवी व समाचार पत्रों के माध्यम से करें। हाईकोर्ट  के जज ने कहा कि प्रधानमंत्री चुनाव टालने पर भी विचार करें, क्योंकि जान है तो जहान है।
यह अनुरोध जस्टिस शेखर कुमार यादव ने  गिरोहबंद कानून के तहत जेल में बंद आरोपी संजय यादव की जमानत मंजूर करते हुए दिया।  हाईकोर्ट ने जमानत मंजूर करते हुए कहा कि  आज इस न्यायालय के समक्ष लगभग चार सौ मुकदमे सूचीबद्व है। इसी प्रकार से नित्य मुकदमे इस न्यायालय के समक्ष सूचीबद्व होते हैं, जिसके कारण अधिक संख्या में अधिवक्तागण उपस्थित होते हैं तथा उनके बीच किसी भी प्रकार की सोशल डिस्टेंस नहीं होती है। अधिवक्ता आपस में सटकर खड़े होते हैं जबकि ओमीक्रेान के मरीज बढ़ते जा रहे हैं और तीसरी लहर आने की सम्भावना है।  
हाईकोर्ट ने कहा कि एक दैनिक समाचार पत्र के अनुसार 24 घंटे में छह हजार नए मामले मिले हैं एवं 318 लोगों की मौतें हुई हैं और यह समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इस भयावह महामारी को देखते हुए चीन, नीदरलैंड, आयरलैंड, जर्मनी, स्काटलैंड जैसे देशों ने पूर्ण या आंशिक लाकडाउन लगा दिया है। ऐसी दशा में महानिबन्धक, उच्च न्यायालय इलाहाबाद से आग्रह है कि वह इस विकट स्थिति से निपटने के लिए नियम बनाएं।

हाईकोर्ट ने कहा, दूसरी लहर में हमने देखा कि लाखों की संख्या में लोग संक्रमित हुए और उनमें से कई लोगों की मृत्यु हुई। तब ग्राम पंचायत व बंगाल विधानसभा के चुनावों ने लोगों को काफी लोगों को संक्रमित किया था। अब उत्तर प्रदेश में चुनाव आने वाले हैं । सभी पार्टियां यहां रैली, सभाएं आदि करके लाखों की भीड़ जुटा रहे हैं । इन सभाओं, रैलियों में किसी भी प्रकार से कोरोना प्रोटोकाल का पालन करना सम्भव नहीं है और इसे समय रहते नहीं रोका गया तो परिणाम दूसरी लहर से कहीं अधिक भयावह होगा।
ऐसी दशा में चुनाव आयुक्त से न्यायालय का अनुरोध है कि इस प्रकार की रैली, सभाओं आदि जिसमे  भीड़ एकत्रित हो उस पर तत्काल रोक लगाएं और पार्टियों को आदेश दें कि वह अपना प्रचार व प्रसार रैली एवं सभा में भीड़ जुटाकर न करें, बल्कि दूरदर्शन एवं समाचार पत्रों के माध्यम से करें और संभव हो सके तो फरवरी में होने वाले चुनाव को भी एक-दो माह के लिए टाल दें।  क्योंकि जीवन रहेगा तो चुनावी रैलियां, सभाएं आगे भी होती रहेंगी।

सहारा न्यूज ब्यूरो
प्रयागराज


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment