बच्चों की मौत पर सियासत नहीं, संवेदना चाहिए : योगी

Last Updated 13 Aug 2017 04:05:54 PM IST

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कालेज में हुई बच्चों की मौतों पर कांग्रेस पर सियासत करने का आरोप लगाते हुए कहा यह सियासत का नही बल्कि संवेदना का मामला है.


उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (फाइल फोटो)

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को लखनऊ में सवाददाता संम्मेलन में कहा कि केन्द्र में स्वास्थ्य मंत्री रहते हुये गुलाम नबी आजाद जब गोरखपुर के दौरे पर आये थे तो उन्होने गोरखपुर तथा इसके आसपास के क्षेत्रो में इंसेफ्लाइटिस, एक्यूट इंसेफलाइटिस, जापानी मस्तिष्क ज्वर तथा अन्य बीमारियों के बारे में मामला उठाया था लेकिन उन्होने इसे राज्य का मामला बताकर पल्ला झाड लिया था और अब वही बच्चों की मौतों पर सियासत कर रहे हैं.
      
उन्होने कहा कि मेडिकल कालेज में हुई बच्चों की मौतों के लिये दोषियों को बख्शा नहीं जायेगा. दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जायेगी. इस मामले की जांच के लिये प्रदेश के मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया है जो आक्सीजन की कमी से लेकर अन्य सभी तथ्यों पर जांच कर शीघ्र ही रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपेगी.

योगी ने कहा कि मेडिकल कालेज में बच्चों की स्वाभाविक मौतें हुई है. कोई नरसंहार नही हुआ. कुछ लोग इसमें अपनी राजनीतिक रोटिया सेंक रहे है. बच्चों की मौतें एक हृदयविदारक घटना है. शोक संतृप्त परिवारों के प्रति सरकार की पूरी संवेदना है. इस घटना ने देश को अन्दर से झकझोर दिया है.
    
योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस घटना से दुखी है और पूरी मदद करने का आासन दिया है. उन्होने केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे पी नड्डा को जानकारी लेने के लिये गोरखपुर भेजा है. केन्द्र सरकार ने इस घटना की जांच एवं उपाय करने के लिये चिकित्सकों की एक टीम भेजी है.
   
उन्होने केन्द्र सरकार से पूर्वी उत्तर प्रदेश में इंसेफ्लाइटिस की जांच एवं वैक्सीन तैयार करने के लिये एक सेन्टर खोलने की मांग की है जिससे इस रोग से यहां के बच्चों को निजात मिल सकें.
   
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश से इंसेफ्लाइटिस रोग को जड से उखाड फेंकने के लिये सड़क से संसद तक 1996 से लड़ाई उन्होंने लडी है जो अभी भी जारी है. इस रोग से निजात दिलाने की हर मुमकिन कोशिश की जा रही है. केन्द्र सरकार पूरी तरह मदद कर रहा है.


   
उन्होने मीडिया से सही तथ्यों को सामने लाने की अपील करते हुए कहा कि निरीक्षण के लिये पाकार वार्ड में जा सकते है. केवल अनुमान से भ्रम न फैलायें. सही तथ्यों को लोगों के सामने रखें जिससे समस्याओं के समाधान में सरकार को मदद मिले. उन्होने सरकारी डाक्टरों के प्राईवेट प्रेक्टिस पर पाबंदी लगाने की घोषणा की.
  
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे पी नड्डा ने कहा कि केन्द्र सरकार इस पर पूरी नजर रखे है. इस मामले में राज्य सरकार की हर संभव मदद की जायेगी. चिकित्सकों का एक दल इसकी जांच के लिये यहां आया है जो सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेगा.
  
इससे पहले योगी और नड्डा ने मेडिकल कालेज का दौरा किया. वार्ड में गये. मरीजों और उनके तीमारदारों से मुलाकात की और उन्हे हर संभव मदद का भरोसा दिलाया.

भाषा


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