अखिलेश विधानसभा में बहुमत साबित करें या इस्तीफा दें: भाजपा
Last Updated 23 Oct 2016 06:04:44 PM IST
भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी में जारी पारिवारिक घमासान के बीच मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से राज्य विधानसभा में बहुमत साबित करने को कहा है.
अखिलेश यादव |
भाजपा की ओर यह मांग अखिलेश के रविवार को अपने मंत्रिमंडिल से चार मंत्रियों को बर्खास्त किए जाने और फिर सपा नेतृत्व द्वारा वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव को पार्टी से निष्कासित किए जाने के बाद आया है.
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने संवाददाताओं से कहा कि सरकार ने बहुमत खो दिया है और मुख्यमंत्री को सदन में बहुमत साबित करने की आवश्यकता है.
मौर्य ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ पार्टी के भीतर घमासान मचा हुआ है, पल-पल घटनाएं बदल रही हैं, ऐसे में लोगों की समस्याएं दरकिनार कर दी गई हैं. लोगों की सुनने वाला कोई नहीं है, हर तरफ अराजकता है.
इधर दिल्ली में भाजपा ने इसे सपा की अपनी विफलताओं को छिपाने और पर्दा डालने का ‘ड्रामा’ करार दिया और दावा किया कि यह लूट के बंटवारे को लेकर मचा घमासान है.
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने समाजवादी पार्टी और उसके नेतृत्व वाली सरकार को एक डूबता जहाज करार दिया जो जनता का विश्वास खो चुकी है.
शर्मा ने कहा कि लोग विकास और सुशासन चाहते हैं और मोदीजी और अमित शाह के नेतृत्व में राज्य में भाजपा की भ्रष्टाचार मुक्त विकासोन्मुख सरकार को जनादेश देने को कृतसंकल्प हैं.
समाजवादी पार्टी के संकट का जिक्र करते हुए शर्मा ने दावा किया कि यह लूट के बंटवारे को लेकर मचा घमासान है. अंतिम समय में बर्खास्तगी का ड्रामा विफलताओं को छिपाने और पर्दा डालने की कवायद है. इस सब से अखिलेश यादव और उनकी सरकार का जनता के समक्ष पर्दाफाश हो गया है. मुख्यमंत्री के नेतृत्व में कानून व्यवस्था की स्थिति बिखड़ चुकी है. लोग भूमाफियाओं और खनन माफिया से भयाक्रांत हैं, लोग खौफ में है.
भाजपा नेता ने कहा कि अखिलेश यादव के शासनकाल में साढे चार वर्षो तक लूट जारी रही और जनता इससे त्रस्त रही.
श्रीकांत शर्मा ने कहा कि उत्तरप्रदेश में गांव में बिजली, पानी, सड़कों जैसी बुनियादी सुविधाओं के अभाव में लोग त्रस्त हैं. मरीज दवाओं के लिए और नौजवान रोजगार के लिए त्रस्त हैं. दूसरी ओर अखिलेश यादव सरकार के तहत सूबे में लूटेरों को खुली छूट मिली है.
उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव अपने आप को ईमानदार दिखाने के लिए बर्खास्तगी का नाटक कर रहे हैं.
भाजपा नेता ने कहा कि बहन मायावती के नेतृत्व वाली सरकार की अराजकता, उस समय अपराध, भ्रष्टाचार और घोटालों से त्रस्त होकर साल 2012 में जनता ने मुलायम सिंह यादव की सपा को चुना था लेकिन इसके बाद अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बनने के बाद अपनी ‘बुआ’ के अपराध, भ्रष्टाचार और अराजकता की विरासत को ही आगे बढ़ाने का काम किया.
शर्मा ने कहा कि आज अखिलेश यादव सरकार केवल कागजों पर ही सिमट गई है और लोग इस सरकार को पहले ही खारिज कर चुके हैं. ऐसे में इस तरह के बर्खास्गी ड्रामे से कोई फायदा नहीं होने वाला है. लोग भाजपा के पक्ष में मन बना चुके हैं.
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