दयाशंकर की पत्नी और मां ने मायावती पर दर्ज कराया केस, सदमे में परिवार

Last Updated 22 Jul 2016 05:05:53 PM IST

अभद्र टिप्पणी मामले में भाजपा से निष्कासित दयाशंकर सिंह की मां ने बसपा अध्यक्ष मायावती और पार्टी नेताओं के खिलाफ हजरतगंज थाने में मामला दर्ज कराया है.


बसपा अध्यक्ष मायावती
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने वाले दयाशंकर सिंह के खिलाफ बसपा कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन के दौरान सिंह के परिवार को लेकर हुई नारेबाजी से उनकी पत्नी और बेटी सदमे में हैं.
      
दयाशंकर सिंह की पत्नी स्वाति सिंह का कहना है कि बसपा कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को प्रदर्शन के दौरान उनके परिवार के खिलाफ अभद्र टिप्पणियों का प्रयोग किया. उनका दावा है कि प्रदर्शनकारियों ने उन्हें और उनकी बेटी को पेश करने की मांग की थी. उनके पति ने गलत बयानी की है, कानून उन्हें सजा देगा लेकिन बसपा कार्यकर्ताओं ने जो अभद्रतम टिप्पणियों का प्रयोग किया है उसके लिए उन्हें कौन सजा देगा.
      
उन्होंने बताया कि उनकी 12 वर्षीय बेटी सदमे में है. गुरुवार रात उसे दवा देकर सुलाया गया. सुश्री मायावती को अपने कार्यकर्ताओं की कृत्य के लिए क्षमा मांगनी चाहिए. 
      
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मेरे पति को पार्टी ने छोड़ा है, परिवार ने नहीं. वह, उनकी सास और परिवार के अन्य लोग एकजुट होकर लड़ाई लड़ेंगे. उन्हें भरोसा है कि उनके परिवार के साथ बहुत सारे लोग जुड़ेंगे और इस लड़ाई में उनका साथ देंगे. उन्होंने कहा कि बसपा कार्यकर्ताओं ने जिस भाषा का प्रयोग किया है उससे उनके परिवार को गहरा आघात लगा है.
      
दयाशंकर सिंह की 78 वर्षीय मां श्वेता सिंह ने कहा कि जिस तरह बसपा के वरिष्ठ नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी की मौजूदगी में हिंसा भड़काने के लिए कार्यकर्ताओं को उकसाया गया वह निन्दनीय और अपराध की श्रेणी में आता है.
      
श्रीमती सिंह ने कहा कि प्रदर्शन में बसपा अध्यक्ष मायावती के कहने पर लोग इकट्ठा हुए थे और ‘बेटी पेश करो, पत्नी पेश करो’ के नारे लगा रहे थे. उनकी 12 वर्षीय पोती इससे सदमे में है. उसने जो समाचार चैनलों में देखा उससे उसपर बुरा प्रभाव पड़ा है.
      
उन्होंने कहा कि सुश्री मायावती ने स्वयं नारी होते हुए नारी का अपमान कराया और लज्जा भंग करने के लिए उकसाने का काम किया.       
गौरतलब है कि मायावती के बारे में अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में भाजपा ने सिंह को पहले प्रदेश उपाध्यक्ष पद से हटाया और बाद में छह वर्ष के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया. सिंह ने बसपा अध्यक्ष से माफी भी मांगी थी लेकिन आक्रोशित बसपा कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को लखनऊ में जमकर प्रदर्शन किया. सिंह का पुतला फूंका. उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई. गिरफ्तारी के प्रयास में राज्य के कई इलकों मे छापे मारे गये. प्रदर्शनकारियों ने उनके परिवार के बारे में भी नारेबाजी की.
 
 



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