संतों की टीम ने कैराना प्रकरण पर रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपी- कहा- यूपी का माहौल खराब करने की थी साजिश
समाजवादी पार्टी द्वारा कैराना पलायन प्रकरण की जांच के लिए गठित संतों की पांच सदस्यीय टीम ने गुरुवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को अपनी रिपोर्ट सौंप दी.
संतों की टीम ने कैराना प्रकरण पर रिपोर्ट CM को सौंपी |
रिपोर्ट में इस घटना को सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की ‘खतरनाक साजिश’ करार दिया गया है.
आचार्य प्रमोद ने कहा, ‘‘हमने गोपनीय रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंप दी है. कैराना घटना सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की खतरनाक साजिश है. दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.’’
प्रमोद, स्वामी कल्याण, नरायण गिरि, स्वामी चिन्मयानंद और स्वामी चक्रपाणि की टीम 20 जून को कैराना गयी और जांच के बाद रिपोर्ट तैयार की.
सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव ने 17 जून को एक प्रेस कांफ्रेंस में इन संतों के नामों का ऐलान किया. उन्होंने कहा कि ये लोग गैर राजनीतिक हैं और पूरी घटना की निष्पक्ष तस्वीर पेश करेंगे.
सपा ने पलायन का खंडन पहले ही किया है. उसने भाजपा पर आरोप लगाया है कि 2017 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर वह राज्य का सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ना चाहती है.
सपा प्रवक्ता शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि कैराना में या राज्य में कहीं भी कोई पलायन नहीं है. हमारे पास खुफिया और अन्य रिपोर्ट हैं. हुकुम सिंह सहित भाजपा नेता सांप्रदायिक भावनाएं भड़का रहे हैं. वे राजनीतिक फायदे के लिए ऐसा कर रहे हैं.
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