उत्तर प्रदेश के कौशांबी में खुशहाली के घर में मातम छाया
उत्तर प्रदेश के कौशांबी में बारात आने से दो दिन पूर्व खुशहाली के घर में मातम छा गया.
(फाइल फोटो) |
कौशांबी के थाना सैनी के परास नूरपुर मे के रहने वाले बद्री यादव की पुत्री सुधा यादव की 2 दिन बाद यानी 28 अप्रैल को बारात आनी थी लेकिन उसी के चचेरे भाई ने उसे और अपने चाचा सुधा के पिता बद्री यादव को हमेशा के लिए मौत की नींद सुला दिया.
मामला कुछ यूं था कि बद्री का कोई पुत्र नहीं था. उसने 12 बीघा खेत सुधा के नाम कर दिया था. दो लड़कियों की शादी पहले हो चुकी है. इसी पर मिथलेश यादव ने 24 की रात मे जब बद्री खेत मे पानी लगाने कों गया हुआ था तो बिजली आने पर सुधा भी अपने पिता के पीछे गई.
उसी रात बड़ी बहन गीता किसी दावत से 10 बजे लौटी तो घंटों अपनी बहन और पिता को ढूंढा पर कोई पता न चले पर अगले दिन पुलिस को दोनों की गायब होने की सूचना दी. गांव के लोगों को जब बंद पड़े सरकारी ट्यूबबेल के बोर मे खून के निशान दिखाई दिया तो पुलिस मौके पर पहुंची डॉग स्कॉट व फरेंसिक टीम ने जांच कर बताया कि इसी बोर मे लाश है.
अब पुलिस हाईड्रोनिक क्रेन की सहायता लाश निकालने की कोशिश मे जुट गई है. आरोपी मिथलेश यादव अपने परिवार सहित गाँव छोड़कर भाग गया पुलिस तलाश मे जुटी है.
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