लोहिया संस्थान में शुरू होगी अत्याधुनिक किडनी प्रत्यारोपण यूनिट
गोमती नगर स्थित डा. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान प्रदेश का पहला अत्याधुनिक किडनी प्रत्यारोपण यूनिट शुरू करने जा रहा है.
अब लोहिया संस्थान में किडनी प्रत्यारोपण यूनिट (फाइल फोटो) |
इस अत्याधुनिक किडनी प्रत्यारोपण यूनिट में मरीजों को संक्रमण की आशंका कम होगी. संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (पीजीआई) व किंग जार्ज
चिकित्सा विश्वविद्यालय में किडनी प्रत्यारोपण किया जाता है.
पीजीआई में तो किडनी प्रत्यारोपण हो रहा है, लेकिन केजीएमयू में तीन किडनी प्रत्यारोपण के बाद नेफ्रोलॉजिस्ट की कमी से प्रत्यारोपण बंद हो गया है, लेकिन पीजीआई के समकक्ष इलाज करने वाले गोमती नगर के डा. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में अब किडनी प्रत्यारोपण की तैयारी शुरू कर दी है.
किडनी प्रत्यारोपण के लिए बनायी जा रही यूनिट एक अलग विशेषता लिए होगा.
संस्थान की निदेशक प्रो. नुजहत हुसैन ने बताया कि किडनी प्रत्यारोपण की तैयारी लगभग पूरी हो गयी है.
इसके लिए अलग यूनिट होगी, इसमें पोस्ट आपरेटिव वार्ड अत्याधुनिक उपकरणों से लैस पूरी तरह से विसंक्रमित होगा. उन्होंने बताया कि किडनी प्रत्यारोपित मरीज में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण संक्रमण की ज्यादा आशंका होती है.
उसको कम करने के लिए विशेष वार्ड होगा. इसमें किडनी व नेफ्रोलॉजी के गंभीर मरीज भी भर्ती किये जा सकेंगे.
उन्होंने बताया कि आईसीयू में भी अत्याधुनिक जीवनरक्षक उपकरण लगे हुए है. उन्होंने बताया कि किडनी प्रत्यारोपण करने के लिए विशेषज्ञ डाक्टरों की कमी नहीं है.
उनके यहां पर किडनी की गंभीर बीमारियों के इलाज के साथ डायलिसिस यूनिट भी सफलता पूर्वक चल रही है.
उन्होने बताया कि किडनी प्रत्यारोपण यूनिट के लिए अलग एसी सयंत्र भी लगाया जा रहा है.
इसके अलावा मरीजों को विसंक्रमित करने के लिए अत्याधुनिक तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि किडनी प्रत्यारोपण यूनिट प्रदेश का सबसे अत्याधुनिक यूनिट होगी.
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