ग्रेटर नोएडा में 7 माह से बंधक 3 नाबालिग लड़कों को मुक्त कराया

Last Updated 31 Jul 2015 06:37:19 AM IST

ग्रेटर नोएडा में कासना कोतवाली क्षेत्र के सेक्टर गामा-एक में किराये की एक कोठी में तीन नाबालिग लड़कों को सात माह से बंधक बनाकर रखा गया था.


सात माह से बंधक तीन नाबालिग लड़कों को मुक्त कराया

छोटी सी बात पर इन्हें निर्दयतापूर्वक प्रताड़ित किया जाता था. उन्हें कई दिन तक खाना नहीं दिया जाता था. बिजली के करंट लगाने, मारपीट, कुत्तों से कटवाने व नाखून उखाड़ने का भी आरोप है. इसका खुलासा बुधवार रात हुआ जब एक लड़का मौका पाकर वहां से भाग निकला और एक व्यक्ति को आपबीती सुनाई.

मामले की सूचना पुलिस को दी गई. कासना कोतवाली पुलिस ने छापा मारकर दो और लड़कों को मुक्त कराया. नाबालिग लड़कों को नौकरी दिलाने के बहाने झारखंड से ग्रेटर नोएडा लाया गया था. आरोपी होटल संचालक फरार है. पुलिस ने मुख्य आरोपी के ससुर को हिरासत में लिया है जो लड़कों को लेकर आया था. मुक्त कराए गए तीनों नाबालिगों को बाल संरक्षण गृह में भेज दिया गया है. पुलिस मुख्य आरोपी की तलाश कर रही है.

कासना कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अनिल प्रताप सिंह ने बताया कि बृहस्पतिवार रात अमृतपुर निवासी प्रवीन भाटी ने पुलिस को सूचना दी कि सेक्टर गामा-1 ब्लॉक ए में स्थित एक मकान में कुछ नाबालिग लड़कों को बंधक बनाकर रखा गया है. इनमें से एक लड़का मौका पाकर भाग निकला. उसे बुरी तरह से प्रताड़िता किया गया है. सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने नाबालिग को साथ लेकर उक्त मकान में छापा मारकर दो लड़कों को मुक्त कराया. पीड़ितों से पूछताछ करने पर पता चला कि उन्हें गत वर्ष दिसम्बर में नौकरी दिलाने के बहाने झारखंड से लेकर आया गया था तभी से बंधक बनाकर रखा गया है.

आरोपी मुकेश जगत फार्म मार्केट में होटल चलाता है. होटल संचालक उन्हें प्रताड़ित करता है. घर से बाहर नहीं निकलने देता और छोटी सी छोटी बात पर मारपीट करता है. दो से तीन दिन तक भूखा रखा जाता है. कोतवाल ने बताया अविनाश नाम के उस व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है जो बच्चों को लेकर आया था. झारखंड से तीनों बच्चों को लाने के बाद अविनाश ने इन्हें अपने दामाद मुकेश के पास रख दिया.

मुख्य आरोपी मुकेश जगत फार्म मार्केट में स्पाइस किचन के नाम होटल चलाता है. फिलहाल वह फरार है. उसकी तलाश की जा रही है. कोतवाल ने बताया कि चाइल्ड लाइन व श्रम विभाग की मदद से तीनों बच्चों को बाल संरक्षण गृह में भेज दिया गया है. एसएसपी डॉ. प्रीतिंदर सिंह का कहना है कि आरोपी के खिलाफ सुसंगत धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. फरार आरोपी की गिरफ्तारी के बाद इस संबंध में और जानकारी मिल पाएगी. पुलिस इसे मानव तस्करी से भी जोड़कर देख रही है. बच्चों के परिजनों को सूचना दे दी गई है.

कोठी में मिले आवारा कुत्ते

सेक्टर गामा-1 की एक कोठी से तीन बाल मजदूरों को मुक्त कराने के बाद पुलिस ने जांच पड़ताल की तो कोठी से एक ट्रंक में दो कुत्तों की डेड बॉडी और कछुआ मिला है. कोठी में 7-8 आवारा कुत्ते भी मिले हैं. इसको लेकर तरह- तरह की चर्चाएं हो रही हैं. पुलिस मामले की जांच कर रही है. बाल मजदूरों को बंधक बनाकर रखने वाला मुख्य आरोपी मुकेश होटल चलाता है.

मानव तस्करी से जुड़ा हो सकता है मामला : कोठी से मुक्त कराए गए तीन बाल मजदूरों का मामला मानव तस्करी से जुड़ा हो सकता है. मजदूरी के लिए लाए गए बच्चों को बंधक बनाकर क्यों रखा गया था. यह भी हो सकता है कि बच्चों को कहीं बाहर भेजने की तैयारी थी. मामले की सही तरह से जांच करने पर सच्चाई सामने आ सकती है.



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