सपा ने की योगी आदित्यनाथ पर प्रतिबंध लगाने की मांग
उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग से भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है.
योगी आदित्यनाथ (फाइल फोटो) |
सपा ने ‘लव जेहाद’ के मुद्दे को बार-बार उठाने वाले योगी आदित्यनाथ को राज्य में इस माह कुछ सीटों पर होने वाले उपचुनावों में प्रचार करने से रोकने की स्पष्ट मांग करते हुए कहा कि अगर चुनाव आयोग ऐसा नहीं करता है तो सपा नेतृत्व से बात करके जल्द ही रणनीति तय की जाएगी.
सपा के प्रांतीय प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि पार्टी ने दो दिन पहले चुनाव आयोग को पत्र लिखकर ‘लव जेहाद’ के मुद्दे की आड़ में साम्प्रदायिक उन्माद पैदा करने की कोशिश में जुटे गोरखपुर से भाजपा सांसद आदित्यनाथ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी लेकिन पार्टी अब उन्हें चुनाव प्रचार करने से रोकने की मांग भी करती है.
उन्होंने कहा कि योगी राज्य की 11 विधानसभा और एक लोकसभा सीट के आगामी उपचुनाव में भाजपा को फायदा दिलाने के लिये जहर बुझे बयान दे रहे हैं. चूंकि वह सबसे ज्यादा मुखर हैं इसलिये उन पर पाबंदी लगनी चाहिये.
सपा प्रवक्ता ने कहा ‘‘हमने चुनाव आयोग से कहा है कि योगी आदित्यनाथ के बयान का संज्ञान लेकर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए. देखते हैं कि आयोग क्या करेगा. हम इंतजार करेंगे. अगर आयोग कोई कार्रवाई नहीं करेगा तो मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नीदरलैंड दौरे से लौटने के बाद हम शीर्ष नेतृत्व से बात करके इसी हफ्ते अगली रणनीति तय करेंगे.’’
चौधरी ने कहा कि भाजपा ने मथुरा में अपनी राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में ‘लव जेहाद’ के मुद्दे से एक रणनीति के तहत दिखावे के तौर पर पीछा छुड़ा लिया है लेकिन वह पर्दे के पीछे रहकर विश्व हिन्दू परिषद, हिन्दू युवा वाहिनी और बजरंग दल जैसे अपने सहयोगी संगठनों के जरिये इस मुद्दे को हवा दे रही है. यह भाजपा का साम्प्रदायिक चरित्र है.
सपा प्रवक्ता चौधरी ने प्रदेश में व्याप्त बिजली संकट और बिगड़ती कानून-व्यवस्था के खिलाफ सूबे से भाजपा के सांसदों के लखनऊ में प्रदर्शन को ‘ढोंग’ करार देते हुए कहा कि वे सिर्फ राजनीति कर रहे हैं.
उन्होंने कहा ‘‘भाजपा सांसद बिजली और कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर ढोंग कर रहे हैं. वह गांधी जी को नहीं मानते लेकिन उनकी प्रतिमा के सामने धरने पर बैठ गये. उनका जनहित के मुद्दे से कोई संबंध नहीं है. वह सिर्फ राजनीति कर रहे हैं.’’
चौधरी ने कहा ‘‘बिजली के मुद्दे को लेकर उत्तर प्रदेश के भाजपा सांसद केन्द्र सरकार से कोई बात नहीं कर रहे हैं. वे सहयोग के बजाय असहयोग करने में लगे हैं. यह गम्भीर मामला है. उनकी अपनी कोई जवाबदेही है कि नहीं... वे सिर्फ नौटंकी कर रहे हैं. किसी भी सांसद ने विकास के बारे में अभी तक प्रधानमंत्री को कोई भी पत्र नहीं दिया.’’
उन्होंने कहा ‘‘हम आगामी उपचुनावों में भाजपा सांसदों के असहयोग का मुद्दा भी जनता के सामने ले जाएंगे. इन सांसदों ने अवाम को धोखा देकर जीत हासिल की. केन्द्र सरकार के कार्यकाल के 100 दिन के अंदर ही पता लग गया कि उनका एजेंडा क्या है.’’
चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार बिजली व्यवस्था सुचारू करने के लिये जीतोड़ कोशिश कर रही है लेकिन केन्द्र सरकार उत्तर प्रदेश को उसके कोटे की पूरी बिजली नहीं दे रही है और ना ही उसे कोयला ही दिया जा रहा है.
Tweet |